Taliban Govt: तालिबान ने अफ़गानिस्तान की नई 'अंतरिम सरकार' की रूप रेखा का ऐलान मंगलवार शाम को कर दिया. शेख हिबातुल्ला अखुंदज़ादा तालिबान सरकार के सुप्रीम लीडर होंगे. ISI चीफ के दौरे के बाद जैसी की उम्मीद जताई जा रही थी, मुल्ला हसन अखुंद (Mulla Hasan Akhund) को तालिबान ने अफ़गानिस्तान का नया प्रधानमंत्री या सरकार का मुखिया बनाया है, जबकि मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर (Mulla Baradar) जो पहले पीएम के टॉप कैंडिडेट थे उन्हें डिप्टी पीएम या उप्रमुख बनाया गया है.
ताकतवर और पाकिस्तान के सबसे करीबी हक्कानी ट्राइब के सिराजुद्दीन हक्कानी (Sirajuddin Haqqani) को अफ़ग़ानिस्तान का गृहमंत्री बनाया गया है. तो वहीं तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला याक़ूब को रक्षा मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी दी गई है.
इनके अलावा अमीर मुत्तक़ी को नई सरकार में विदेश मंत्री बनाया गया है. मुल्ला हिदायतुल्ला बद्री अफगानिस्तान के वित्त मंत्री बनाए गए हैं तो वहीं इनफॉरमेशन और कल्चर मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी मुल्ला खैरुल्ला खैरखा को दी गई है.
साथ ही ये ऐलान भी हुआ है कि अब अफ़ग़ानिस्तान का आधिकारिक नाम होगा, द इस्लामिक एमिरेट ऑफ अफ़ग़ानिस्तान. माना जा रहा है कि ये नया फॉर्मूला पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की मदद से तैयार हुआ है. हाल ही में ISI प्रमुख फ़ैज़ हमीद काबुल का दौरा कर वापस लौटे हैं. हालांकि इस ऐलान में सभी नाम तालिबानी नेताओं के ही हैं, ऐसे में सवाल उठेगा कि क्या ये समावेशी सरकार है.
बता दें अफ़ग़ानिस्तान के होने वाले नए मुखिया मुल्ला हसन अख़ुंद को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी घोषित किया हुआ है. अख़ुंद कंधार से हैं और सशस्त्र आंदोलन के संस्थापकों में से हैं. उन्होंने ‘रहबरी शूरा’ के प्रमुख के रूप में 20 साल तक काम किया और मुल्ला हेबतुल्लाह के करीब माने जाते हैं. वो 1996 से 2001 तक तालिबान की पिछली सरकार में विदेश मंत्री और उप-प्रधानमंत्री रह चुके हैं.
इनके अलावा अफ़गानिस्तान के नए गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी का नाम भी ग्लोबल टेरर लिस्ट में शामिल है, अमेरिका ने इनके बारे में सूचना देने वालों को 50 लाख डॉलर के इनाम घोषित किया था.
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