नवरात्रि के 9 दिनों का व्रत हो या कोई दूसरा व्रत, लोग साधारण नमक की जगह खाने में सेंधा नमक खाते हैं. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि व्रत के दौरान साधारण नमक की जगह सेंधा नमक क्यों खाया जाता है? चलिये आपको बताते हैं कि क्या है इसका कारण.
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दरअसल, साधारण नमक को समुद्र के पानी को भाप बनाकर तैयार किया जाता है. हमारे तक पहुंचने से पहले इसे कई सारे केमिकल प्रोसेस से गुज़ारा जाता है. वहीं सेंधा नमक रॉक सॉल्ट या पहाड़ी नमक भी कहा जाता है. इसे हिमालय के आसपास के क्षेत्रों से लाया जाता है. इसे ना तो कोई प्रोसेस से गुज़रना पड़ता है और ना ही कोई मिलावट होती है. इसीलिए इसे नमक का शुद्ध रूप माना जाता है. इसमें दूसरे नमक की तुलना में पोटैशियम और मैग्नीशियन की मात्रा अधिक होती है तो वहीं सोडियम कम होता है.
व्रत के दौरान सेंधा नमक चुनने का एक कारण तो ये है कि ये पूरी तरह से शुद्ध और प्राकृतिक है. दूसरा कारण ये है कि आयुर्वेद के मुताबिक, सेंधा नमक की तासीर ठंडी होती है. व्रत के दौरान सात्विक डायट लेने वालों के लिए ये बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि ये शरीर को ठंडा रखता है और दिमाग को भी शांत और साफ रखता है.
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ऐसा नहीं है कि आप सिर्फ व्रत के दौरान ही सेंधा नमक खा सकते हैं. व्रत के दिनों के अलावा आम दिनों के दौरान भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, आपको इसे लेकर सावधानी बरतने की ज़रूरत है. ख़ासकर अगर आप ब्लड प्रेशर को लेकर किसी भी तरह की कोई दवाई खा रहे हैं या इलाज करवा रहे हैं तो...क्योंकि इससे आपके शरीर में पोटैशियम लेवल बढ़ सकता है. इसीलिए इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लेना सुनिश्चित कर लें कि आप सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं या नहीं
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