फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को करारा झटका दिया है. एफएटीएफ के प्रसिडेंट मार्कस प्लेयर ने कहा कि पाकिस्तान अभी से अगले छह महीने तक ग्रे लिस्ट में बना रहेगा. मार्कस प्लेयर ने कहा कि, पाकिस्तान को जो सुझाव दिए गए थे उनमें उसने काफी प्रगति की है और 27 में से 26 शर्तों को पूरा किया है. लेकिन अभी उसे आतंकवादियों को ज़िम्मेदार ठहराने और उन्हें सज़ा देने की दिशा में काम करना बाक़ी है.
उन्होंने कहा कि, भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल हाफ़िज़ सईद और मसूद अज़हर, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी घोषित किया है, उनके ख़िलाफ़ कदम उठाने में पाकिस्तान नाकाम रहा है. इसलिए, 4 महीने बाद अक्टूबर में फिर से हालातों की समीक्षा की जाएगी. दुनिया भर में मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए नीति बनाने वाली एफएटीएफ की प्लैनरी मीटिंग में ये फैसला लिया गया. गौरतलब है कि, एफएटीएफ ने पाकिस्तान को 2018 के जून महीने में ग्रे सूची में डाला था.