चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचनी एकादशी मनाई जाती है. वैसे तो हर वर्ष 24 एकादशी आती हैं. लेकिन जब अधिकमास या मलमास आता है, तो इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है. माह की एक एकादशी कृष्ण पक्ष में तो दूसरी शुक्ल पक्ष में आती है. हर वर्ष चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापों को हरने वाली एकादशी कहा जाता है. इस व्रत और तिथि का महत्व अत्याधिक माना गया है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पापमोचनी एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के जीवन में मौजूद हर तरह के पाप और कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. जो व्यक्ति यह व्रत पूरे विधि-विधान के साथ करता है उसे बड़े से बड़े यज्ञों के समान फल की प्राप्ति होती है. इस व्रत का महत्व हजार गायों के दान के बराबर ही माना गया है. इस बार एकादशी तिथि 07 अप्रैल 2021 को रात 02 बजकर 09 मिनट से शुरू होकर 08 अप्रैल 2021 रात 02 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी. एकादशी के दिन व्रत और पूजा-पाठ करके आप श्री विष्णु का आर्शीवाद प्राप्त कर सकते हैं.