हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक महिलाएं जो प्रेग्नेंसी के दौरान पैरासीटामोल का इस्तेमाल करती हैं, उनके होने वाले (BACCHO) में ऑटिज्म और ADHD यानि (attention-deficit/hyperactivity disorder) जैसी बीमारियों के लक्षण देखने को मिल सकते हैं.
European Journal of Epidemiology में छपी (STUDY) के मुताबिक, पैरासीटामोल जिसे एस्टामिनोफिन भी कहते हैं उसे प्रेगनेंसी के दौरान लेने से यूट्रस में मौजूद हॉर्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है.
रिसर्चर्स ने स्टडी के लिए 6 महीने से 11 साल की उम्र के बच्चों के बिहैवियर (AUR) 17 साल तक बच्चों में मेमोरी और IQ टेस्ट का आकलन किया. जिसमें पाया गया कि जन्म से पहले पेरासिटामॉल के संपर्क में आने वाले बच्चों में इस दवा के संपर्क में नहीं आने वाले बच्चों की तुलना में (ASC) यानि ऑटिज़्म के लक्षण विकसित होने की संभावना 19 फीसदी और ADHD के लक्षण की संभावना 21 प्रतिशत अधिक थी.
रिसर्चर्स की टीम ने इस बात पर जोर दिया कि प्रेगनेंसी के दौरान दवा लेते समय महिलाएं सावधान रहें और एहतियातत बरतें क्योंकि इसका असर उनके बच्चों पर भी पड़ता है इसीलिए जब दवा लेने की जरूरत हो तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवा लें.