Petrol-diesel Prices: क्या पेट्रोल-डीजल के दाम और घटेंगे? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि अमेरिका की पहल पर भारत भी अब अपने रणनीतिक तेल भंडार (strategic oil reserves) से 50 लाख बैरल कच्चा तेल निकालने की तैयारी कर रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार के एक अधिकारी ने मंगलवार को ये बात बताई. अमेरिका और भारत के साथ साथ चीन और जापान समेत कुछ और बड़ी इकॉनमी ऐसा करने जा रही हैं, ताकि कच्चे तेल की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में कम हो. फिलहाल ये 78 डॉलर प्रति बैरल है.
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दरअसल तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक (OPEC) ने कच्चे तेल की कीमत कम करने के लिए इसका उत्पादन बढ़ाने से इनकार कर दिया है. लिहाजा रणनीति के तौर पर कच्चा तेल खरीदने वाले बड़े देश अपने रिजर्व से कच्चा तेल निकालने जा रहे हैं, ताकि OPEC पर तेल के दाम कम करने का दबाव बनाया जा सके.
माना जा रहा है कि अगले 7-10 दिन में कच्चा तेल रिजर्व से निकालने की कवायद शुरू हो सकती है. भारत अपने रिजर्व से निकाला गया तेल मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (MRPL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) को बेचेगा. ये दोनों सरकारी तेल रिफाइनरी यूनिट रणनीतिक तेल भंडार से पाइपलाइन के जरिये जुड़ी हैं.
आपको बता दें कि भारत ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम और कर्नाटक के मंगलूरु और पदुर में ये भूमिगत तेल भंडार बनाए हैं. इनकी कुल क्षमता करीब 3.8 करोड़ बैरल है.