कोरोना वायरस(Covid-19) की वैक्सीन (vaccine) बनाने वाली अमेरिकी कंपनी फाइज़र (Pfizer)ने अपने टीके का ट्रायल 12 साल के कम उम्र के बच्चों पर भी शुरू कर दिया है. पहले चरण की स्टडी में कम संख्या में छोटे बच्चों को वैक्सीन की अलग-अलग खुराक दी जाएगी. कंपनी ने बताया कि वैक्सीनेशन ट्रायल के लिए इस हफ्ते 5 से 11 साल के बच्चों को इनरोल करने का काम शुरू किया जाएगा. इन बच्चों को 10 माइक्रोग्राम की दो खुराकें दी जाएंगी. जो कि किशोर और वयस्कों को दी जाने वाली वैक्सीन की खुराक का एक तिहाई है. इसके लिए फाइजर ने दुनिया के चार देशों में 4500 से अधिक बच्चों का चुनाव किया है. जिन देशों में बच्चों पर फाइज़र की वैक्सीन का ट्रायल होना है उनमें अमेरिका, फिनलैंड, पोलैंड और स्पेन शामिल हैं.
फाइज़र ने कोरोना की यह वैक्सीन अपने जर्मन पार्टनर बायोएनटेक (BioNTech) के साथ मिलकर बनाई थी. बता दें कि फाइज़र की कोविड वैक्सीन को पहले ही अमेरिका और यूरोपीय संघ में 12 साल के अधिक उम्र की बच्चों को लगाने के लिए मंजूरी दी जा चुकी है. हालांकि, यह मंजूरी आपातकालीन उपयोग के लिए ही दी गई है.