प्लांट बेस्ड डायट यानि हरी सब्ज़ियों वाली डायट के सेवन से बुज़ुर्गों में दिमागी क्षमता में कमी और डिमेंशिया के खतरे को कम किया जा सकता है. मॉलिक्यूलर न्यूट्रिशन एंड फूड रिसर्च जर्नल में छपी स्टडी में ये बात सामने आई है.
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12 सालों में 65 साल से अधिक उम्र के करीब 842 लोगों पर स्टडी की गई. रिसर्चर्स ने डायटरी कॉम्पोनेंट्स के मेटाबोलिज़्म, इंटेस्टाइनल माइक्रोबायोटा, टोटल मेटाबोलिज़्म और दिमागी क्षमता की कमी के बीच संबंधों का विश्लेषण किया.
निष्कर्षों के अनुसार, फलों, सब्ज़ियों और प्लांट बेस्ड खाने की चीज़ों को अधिक खाने से पॉलीफेनॉल्स और दूसरे बायोएक्टिव कम्पाउंड्स मिलते हैं, जो उम्र बढ़ने के कारण संज्ञानात्मक गिरावट (cognitive decline) के रिस्क को कम करने में मदद कर सकते हैं. रिसर्चर्स ने निष्कर्ष निकाला है कि लाइफस्टाइल और डायट में बदलाव करके संज्ञानात्मक गिरावट (cognitive decline) को रोका जा सकता है.
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