क्या कोरोना वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के लिए सेफ है? क्या गर्भवती महिलाओं को कोरोना की वैक्सीन लेनी चाहिए? ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने प्रेगनेंसी के दौरान के Covid-19 के प्रभावों को लेकर विस्तृत जानकारी दी है.
INTERCOVID स्टडी में रिसर्चर्स ने बताया कि महामारी की शुरूआत में बताये गए कोरोना के खतरे से कहीं ज्यादा खतरा माता और शिशु के लिए है.
स्टडी में पाया गया कि प्रेगनेंसी के दौरान Covid-19 की शिकार महिलाओं में दूसरी प्रेगनेंट महिलाओं की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक प्री मैच्योर बर्थ, प्री-एक्लम्पसिया और गहन देखभाल जैसी प्रेगनेंसी कॉम्पलिकेशंस की संभावना अधिक थी.
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रिसर्च में ये भी बताया गया है कि संक्रमित माताओं से जन्मे शिशु में कई तरह के मेडिकल कॉम्पलिकेशंस का खतरा सामान्य रूप से जन्म लेने वाले बच्चों के मुकाबले 3 गुना अधिक था और अधिकांश रूप से इसका मुख्य कारण प्री मैच्योर बर्थ था.
हालांकि, वैज्ञानिकों ने ये भी साफ किया है कि ब्रेस्ट फीडिंग कराने से संक्रमित माता से शिशु को कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं है. मेडिकल जर्नल JAMA में बाल रोग पर छपी इस स्टडी के लिए 18 देशों में 2,100 से अधिक गर्भवती महिलाओं का आंकलन किया गया है.
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तो वहीं, Harvard Medical School की स्टडी कहती है कि, भले ही संक्रमित माता से नवजात में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बेहद ही कम है लेकिन फिर भी मां की बिगड़ती सेहत और बीमारी के कारण नवजात शिशु को अप्रत्यक्ष रूप से हेल्थ रिस्क झेलना पड़ सकता है.
बात करें भारत की तो, अभी तक देश में प्रेगनेंट महिलाओं को कोरोना वैक्सीन नहीं लेने की सलाह दी गई है, क्योंकि किसी भी परीक्षण में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को अमूमन शामिल नहीं किया जाता.
लेकिन अच्छी खबर ये भी है कि, Covid-19 के टीकाकरण पर अमेरिका के नये साक्ष्य बताते हैं कि Pfizer और Moderna का टीका महिलाओं के साथ साथ उनके शिशुओं के लिए भी सुरक्षित थे. रिसर्चर्स को 35 हजार से अधिक महिलाओं पर की गई स्टडी के दौरान किसी में भी 'कुछ खास गड़बड़ी' देखने को नहीं मिली.
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