पंजाब में बिजली संकट (Punjab power crisis) लगातार गहराता जा रहा है. भीषण गर्मी के बीच पंजाब में हर रोज बिजली (electricity) की मांग 14,000 मेगावाट से अधिक हो गई है, जबकि आपूर्ति 12,842 मेगावाट की है. इस वजह से पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PSPCL) को मजबूरन बिजली कटौती (Power cut) और उद्योगों पर पाबंदियां लगानी पड़ रही हैं.
इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने सरकारी और निजी दफ्तरों (Government and private offices) में तीन दिन के लिए AC और बिजली संयंत्र बंद रखने की अपील की है. सरकारी दफ्तरों के समय में कटौती की गई है. अब सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक ही काम होगा. इसके साथ ही PSPCL ने दो दिनों का औद्योगिक वीकली ऑफ लागू कर दिया है.
डिमांड व सप्लाई में अंतर के चलते पंजाब में घरेलू उपभोक्ताओं के लिए दिन में दो से तीन घंटे के कट लगने शुरू हो गए हैं. इसके विरोध में बुधवार रात को प्रदेश के कई हिस्सों में लोगों ने पंजाब सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन किए.