RBI ने अपनी सालाना रिपोर्ट (Annual Report) में शेयर मार्केट (Share Market Overvaluation) के ओवरवैल्यूएशन की ओर साफ इशारा किया है, और निवेशकों को चेताया है. कोविड के बावजूद मार्केट में जारी तेजी को लेकर कई जानकार पहले से ही इसकी बात कर रहे थे.
साल 2020-21 में लॉकडाउन की वजह से GDP को करीब 8% का धक्का लगा. RBI ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि - GDP में गिरावट के बावजूद असेट प्राइस इन्फ्लेशन यानि बॉन्ड, इक्विटी शेयर वगैरह की कीमतों में आई उछाल 'बबल' ( Market Bubble) की संभावना को बताता है. यानि ये बाजार का ये बबल कभी भू फूट सकता है.
RBI ने कहा है कि बाजार में उछाल की अहम वजह है- फॉरेन पोर्टफोलियो निवेश और मनी सप्लाई मार्केट में उछाल. पर 'बबल' यानि OverValuation की आशंका इसलिए है क्योंकि - लॉन्ग टर्म ट्रेंड से असल P/E यानि शेयर प्राइस वैैल्यू और अर्निंग का हटना बताता है कि यह रेश्यो ओवरवैल्यूड है. डिविडेंड यील्ड संबंधी कारकों से भी मार्केट के ओवरप्राइस होने के संकेत मिलते हैं.