कड़कड़ाती ठण्ड के चालीस दिन पूरे होने पर चिल्लई कलां को अलविदा कहने के लिए श्रीनगर में रुखसत- ए -चिल्लई कलां नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जम्मू कश्मीर में कड़ाके की सर्दी के चालीस दिनों को चिल्लई कलां के नाम से जाना जाता है. इस दौरान लोग अपने खान पान का काफी ध्यान रखते हैं. संगीत से भरी इस शाम रुखसत- ए -चिल्लई कलां के आयोजन का मकसद लोकल यूथ को अपनी कला के प्रदर्शन के लिए मंच उपलब्ध करवाना था.कार्यक्रम का आयोजन शेर ए कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस सेंटर में किया गया था. जहां पर युवाओं ने सोलो परफॉरमेंस , बैंड परफॉरमेंस और डांस के ज़रिये अपनी कला का प्रदर्शन किया.