तेल उत्पादक देशों के संगठन की बैठक में लिए गए फैसले से भारत को झटका लगा है. ओपेक देशों ने तेल उत्पादन की क्षमता में अप्रैल महीने तक कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है. दरअसल, संगठन ने कोरोना वायरस महामारी और आर्थिक कमजोरी की वजह से उत्पादन में कटौती जारी रखने के संकेत दिए हैं. वहीं, सऊदी अरब ने रोजाना दस लाख बैरल की कटौती का जिक्र किया है. इस बैठक के बाद से संभावना जताई जा रही है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिल सकता है.