जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शोपियां फर्जी मुठभेड़ मामले की जांच में सनसनीखेज खुलासा किया है. स्टेट पुलिस ने दावा किया है कि एक आर्मी कैप्टन और उसके दो सहयोगियों ने तीनों मजदूरों की हत्या की और फिर उन्हें आतंकी घोषित करने के लिए उनके पास हथियार रख दिए. पुलिस का दावा है कि आरोपी आर्मी कैप्टन ने जानबूझकर सहयोगियों और अपने अधिकारियों को मजदूरों के आतंकी होने की गलत जानकारी दी थी. बता दें कि 18 जुलाई को शोपियां के आमशिपोरा में एक मुठभेड़ में तीन मजदूर मारे गए थे. बाद में जांच में पुलिस ने मुठभेड़ के फर्जी होने का दावा किया. फिलहाल आर्मी की ओर से सिर्फ ये कहा गया है कि मामले की जांच हो रही है.