रिलायंस इंटस्ट्रीज और सऊदी अरामको के बीच करीब 1500 करोड़ डॉलर की डील अब पुनर्मूल्यांकन के बाद ही अंतिम रूप लेगी. रिलायंस ने ये फैसला पिछले 3 वर्षों में अपने वैकल्पिक ऊर्जा में 10 अरब डॉलर के निवेश के चलते लिया है.
इस बीच, रिलायंस ने ऑयल टू केमिकल कारोबार को अलग करने के आवेदन को वापस लिया है. बता दें कि अगस्त 2019 में रिलायंस और सऊदी अरामको के बीच रिलायंस की करीब 20% हिस्सेदारी 1500 करोड़ डॉलर में खरीदने का समझौता हुआ था.