कोरोना महामारी की वजह से साल 2020 में दुनिया के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा बदलाव आया. कोरोना महामारी ने तकरीबन हर सेक्टर को प्रभावित किया. हालांकि आर्थिक संकट को दूर करने के लिए केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक ने कई घोषणाएं भी कीं लेकिन फिर भी GDP ग्रोथ माइनस में ही बना रहा. आइए जानते हैं साल 2020 की बड़ी घटनाएं... जिनसे उद्योग जगत समेत अर्थव्यवस्था को एक नई धारा मिली है.
- स्टार्टअप बिजनेस को बड़ी राहत
स्टार्टअप को ESOP पर 5 साल बाद टैक्स भुगतान की सुविधा
वर्कर्स को कंपनी के शेयरों में हिस्सेदारी खरीदने का अवसर
बजट में स्टार्टअप्स के लिए आसान बनाए गए ESOP के नियम
- RBI की लोन मोरेटोरियम की सुविधा
कोरोना संकट में लोगों को बैंकों से लिए लोन पर मिली राहत
लोन मोरेटोरियम के तहत ग्राहकों को EMI टालने का विकल्प
6 महीने तक के लिए लोन की EMI न चुकाने का विकल्प दिया
- लिस्टिंग के बाद भी LIC पर सरकारी नियंत्रण
वित्तमंत्री का आम बजट में LIC को सूचीबद्ध करने का ऐलान
IPO के जरिए LIC को शेयर बाजार में किया जाएगा लिस्टिंग
पॉलिसी धारकों की सुरक्षा के लिए सरकार के पास रहेगा प्रबंधन
- पुराने के साथ नया टैक्स सिस्टम
2.5 लाख से 5 लाख रुपये की आय पर 5% टैक्स
5 लाख से 7.5 लाख रुपये की आय पर 10% टैक्स
7.50 लाख से 10 लाख रुपये की आय पर 15% टैक्स
10 लाख से 12.5 लाख रुपये की आय पर 20% टैक्स
नए टैक्स सिस्टम के साथ पुरानी व्यवस्था भी रहेगी जारी
- कोरोना संकट में केंद्र का विशेष आर्थिक पैकेज
वित्तमंत्री ने 20 लाख 97 हजार 53 करोड़ पैकेज का ऐलान किया
कोरोना काल में सप्लाई चेन बनाए रखने के लिए उठाए कदम
समाज के आखिरी तबके तक मदद पहुंचाने का सरकारी दावा
किसान, प्रवासी मजदूर, कॉर्पोरेट समेत कई सेक्टर्स को दी मदद
- कोयला क्षेत्र में सरकार की मोनोपॉली खत्म
केंद्र ने किया कोयला क्षेत्र में कमर्शियल माइनिंग का ऐलान
आयात में कमी लाने और आत्मनिर्भर बनने पर दिया जोर
कोल इंडिया की खदाने भी निजी सेक्टर्स को दी जाएंगी
500 माइनिंग ब्लॉक की नीलामी, माइनिंग लीज का ट्रांसफर हो सकेगा