Sugar rate: देश में चीनी यानी शकर महंगी (Inflation) हो गई है. 2 महीने के भीतर 1 किलो शकर पर 5 रुपये तक बढ़े हैं. थोक बाजार (wholesale market) में करीब 3700 रुपये प्रति क्विटंल तक भाव हैं. फुटकर में यह 40 रुपये से ज्यादा में बेची गई. यह नवंबर, 2017 के बाद चीनी का सबसे ऊंचा भाव है. कारोबारियों का अनुमान है कि दीवाली तक कीमतें और बढ़ेगी. यही कारण है कि घरेलू बाजार में चीनी के दाम बढ़ने से मिलों ने निर्यात के नए अनुबंधों पर फिलहाल रोक लगा दी है. घरेलू बाजार में चीनी का मूल्य 2 महीने के भीतर 13 फीसदी बढ़ चुका है. इससे मिलों को वैश्विक बाजार जितना मूल्य भारत में ही मिलने लगा है.
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अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू बाजार में चीनी का भाव 36,900 रुपये प्रति टन है. वहीं, निर्यातक मिलों को कच्ची चीनी का 31,500 रुपये प्रति टन और सफेद चीनी का 32,000 रुपये प्रति टन देने की पेशकश कर रहे हैं. ऐसे में मिलों को निर्यातकों के मुकाबले प्रति टन करीब 5 हजार रुपये ज्यादा मिल रहे हैं.