मानसून आते ही बारिश की फुहारों के साथ बालकनी में बैठकर गर्मा गरम चाय और साथ में पकौड़े का मज़ा ही कुछ और है.... हैं ना? अगर आप भी खाने पीने के शौक़ीन हैं तो थोड़ा संभल जाइये. बारिश का मौसम जहां चिलचिलाती गर्मी से आराम दिलाता है वहीं अपने साथ कई बीमारियां और इन्फेक्शन्स भी लेकर आता है . इसलिए अगर आप इस सुहावने मौसम का लुत्फ़ उठाना चाहते हैं तो अपनी सेहत का ध्यान रखना अभी से शुरू कर दीजिये.
हम आपके लिए लाये हैं ऐसे फ़ूड आइटम्स की एक लिस्ट जिनसे दूरी बनाकर आप मॉनसून सीजन में भी खुद को फिट रख सकते हैं.
कटे और छिले फल
काफी देर से कटे या छिले हुए फलों को खाने से बचना चाहिए. अगर ये फल खुले में रखे हुए हैं तो और ज़्यादा नुकसानदायक हो जाते हैं. हवा के संपर्क में आने से इन फलों में बैक्टीरिया पनप सकता है जो आपकी सेहत के लिहाज से खतरनाक है. इसलिए पहले से कटे या छिले फलों को खाने से बचें.
तला-भुना खाना
जब भी बारिश होती है तो हम सब यही सोचते हैं कुछ चटपटा खाने को मिल जाता तो मज़ा आ जाता. फ्राइज, आलू चाट, गोल गप्पे आहा..... आ गया न मुंह में पानी? लेकिन क्या आप जानते हैं बारिश के मौसन में तले भुने खाने से दूर रहना चाहिए? ऐसा इसलिए क्यूंकि मॉनसून में ह्यूमिडिटी बढ़ जाती है जिसकी वजह से हमारी पाचन शक्ति कमज़ोर हो जाती है. ऐसे में तला भुना खाना खाने से ब्लोटिंग या पेट से जुड़ी दूसरी परेशानियां आपको हो सकती हैं.
सी फ़ूड
मॉनसून मछलियों और समुद्र में रहने वाले दूसरे जीवों के लिए ब्रीडिंग सीजन होता है. इस दौरान कई मछलियों के शरीर में अंडे मौजूद होते हैं, जो अगर आप खा लें तो इंफेक्शन या फ़ूड पॉइज़निंग तक हो सकता है. इसलिए बेहतर है इस मौसम में सी फ़ूड से दूर रहें.
हरी पत्तेदार सब्ज़ियां
हरी पत्तेदार सब्ज़ियां वैसे तो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी मानी जाती हैं लेकिन मॉनसून सीजन में आपको जितना हो सके इनसे दूर ही रहना चाहिए. इस मौसम में ह्यूमिडिटी और पत्तियों में मौजूद नमी के कारण कई तरह के कीटाणु इन पर पना घर बना लेते हैं. जो कई बार पानी से धोने के बाद भी नहीं निकलते. लेटस, पालक, पत्तागोभी और फूलगोभी को इस मौसम में अपनी डाइट से दूर ही रखना चाहिए.
मशरूम
मशरूम नमी वाली जगहों पर पैदा होते हैं और हमेशा ही इन्हे खाने के लिए इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह से धो लेना चाहिए. लेकिन बारिश के मौसम में बैक्टीरियल इंफेक्शन का चांस कहीं गुना ज़्यादा बढ़ जाता है. इसलिए मॉनसून सीजन में मशरूम ना खाने की सलाह दी जाती है.