आपका बच्चा कभी न कभी किसी ना किसी तरह के ड्रग्स के संपर्क में आएगा ही. वो डॉक्टर की प्रिस्क्राइब की हुई दवाइयां हो सकती हैं, एलकोहल या तम्बाकू हो सकता है और वो हार्ड ड्रग्स भी हो सकते हैं. अगर इन सबके संपर्क में नहीं भी आया तो हो सकता है ड्रग्स से जुड़े किसी तरह के मैसेज को पढ़ के उसके मन में उत्सुकता पैदा हो इसके बारे में जानने की.
ऐसे में बच्चों को ये समझाना कि ड्रग्स क्या होते हैं, उनका क्या काम है और कौन से ड्रग्स नुकसानदायक या अवैध होते हैं, हम बड़ों की ज़िम्मेदारी हो जाती है. यूके की एलकोहल एंड ड्रग फॉउंडेशन का मानना है कि बच्चे के 8 साल का होने पर आप उनसे ड्रग्स से जुड़ी चर्चा की शुरुआत कर सकते हैं. लेकिन बच्चे की बातें सुनकर आपको ड्रग्स के बारे में उनसे बातचीत जल्दी शुरू करनी पड़ सकती है. ऐसा करने से उनकी जिज्ञासा शांत होगी और ड्रग्स से जुड़ी उनकी जानकारी भी बढ़ेगी.
कई बार पेरेंट्स असमंजस की स्थिति में फंस जाते हैं कि ड्रग्स के बारे में बच्चे से बातचीत की शुरुआत कैसे करें. बच्चे बहुत सेंसिटिव होते हैं और हर उम्र के बच्चे से उनके हिसाब से बात किया जाना ज़रूरी है. आज हम आपको बता रहे हैं कुछ टिप्स कि कैसे आप बच्चे की उम्र के हिसाब से उनसे ड्रग्स से जुड़ी बातचीत की शुरुआत कर सकते हैं.
4 से 7 साल की उम्र
- जब भी आप घर में किसी दवा का उपयोग करें तो बच्चे को उस दवा के बारे में जानकारी दें. उन्हें बताएं कि इस दवा का इस्तेमाल क्यों किया जाता है और ये सिर्फ बीमार व्यक्ति ही ले सकता है.
- बच्चों को समय समय पर बताते रहें कि ड्रग्स, स्मोकिंग और एलकोहल शरीर के लिए क्यों नुकसानदायक है और साथ ही हेल्दी डाइट क्यों ज़रूरी है ये भी उन्हें बताएं.
- अगर आपको पता चले कि टीवी या रेडियो के ज़रिये आपके बच्चे ने हेरोइन या किसी दूसरे हार्ड ड्रग का नाम सुन लिया है तो उनसे पूछें की क्या वो जानते हैं ये क्या होता है? उन्हें उसके बारे में जानकारी दें और बताएं कि कैसे हेरोइन, स्मोकिंग और एलकोहल का सेवन उनके शरीर को नुकसान पंहुचा सकता है और उन्हें इसकी आदत पड़ सकती है.
8 से 12 साल के बच्चे से
- अपने बच्चे से ये पूछकर शुरुआत करें कि वो ड्रग्स के बारे में क्या सोचते हैं. अगर आप ये सवाल कैजुअली और उन्हें जज न करते हुए पूछेंगे तो आपका बच्चा आपसे खुल कर बात कर पायेगा.
- अगर आपका बच्चा इन सवालों से अनकम्फर्टेबल महसूस कर रहा है या किसी तरह की कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है तो उन्हें फोर्स करने की बजाय उन्हें ये बताएं कि वो जब भी बात करना चाहें आपके पास आ सकते हैं.
- कोई भी सवाल बेवकूफाना नहीं होता. उनके सवालों पर गौर करें और उनसे बात करने की कोशश करें. हर तरह के सवाल के लिए तैयार रहें.
- इस बात का ध्यान रखें कि किसी सेलिब्रिटी या प्लेयर की ड्रग्स से जुड़ी कोई खबर उन्हें इंफ़्ल्युएन्स तो नहीं कर रही? अपने बच्चे को बताएं कि ड्रग्स का इस्तेमाल कितना नुकसानदायक हो सकता है.
13 से 17 साल के बच्चे
- इस उम्र के बच्चों के साथ थोड़ा सावधानी बरतने की ज़रूरत होती है. हो सकता है आपका बच्चा ऐसे बच्चों के बारे में जानता हो जो एलकोहल या ड्रग का सेवन करते हैं तो तैयार रहिये आपको कई सवालों के जवाब देने पड़ सकते हैं.
- ड्रग्स के बारे में अपने बच्चे के विचार जानने की कोशिश करें और उन्हें साथ में उदहारण देकर ये भी समझाएं कि इसका इस्तेमाल कैसे उनके लिए खतरनाक हो सकता है. जैसे - उन्हें समझाएं कि शराब पीकर गाडी चलना इललीगल है और जो ऐसा करता है उसे जेल जाना पड़ सकता है. इतना ही नहीं, उन्हें ये भी बताएं कि शराब पीकर गाडी चलाने से एक्सीडेंट हो सकता है और आपकी या किसी दूसरे की जान भी जा सकती है.
- ड्रग स्ट्रीट में इस्तेमाल होने वाली टर्म्स और नामों और उनसे शरीर को होने वाले खतरों की जानकारी रखें ताकि समय आने पर आप अपने बच्चों को सही जानकारी दे सकें.
कैसे करें बातचीत?
उन्हें समझाएं कि ड्रग्स अलग अलग तरह के होते हैं -
- पहले वो जो आप रोज़ लेते हैं जैसे कॉफी या डॉ द्वारा बताई गई दवाइयां
- दूसरे लीगल ड्रग्स जैसे सिगरेट और अलकोहल
- तीसरे इललीगल ड्रग्स जैसे - स्पीड, कोकेन, आइस और एक्सटेसी
अपने बच्चे से बात कर के आपको कम से कम ये जानकारी होगी कि उनकी ज़िन्दगी में क्या चल रहा है और आपसे बातचीत कर के आपका बच्चा सही निर्णय लेने में सक्षम हो सकता है.