दशहरा (Dussehra 2021 Date) को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. हिंदू पचांग के अनुसार, दीवाली से ठीक 20 दिन पहले आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है. पुराणों के अनुसार आज ही के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने रावण पर जीत हासिल की थी. कुछ लोग इस त्योहार को आयुध पूजा यानी शस्त्र पूजा के रूप में भी मनाते हैं. दशहरे का दिन साल के सबसे पवित्र दिनों में से एक माना जाता है.
दशहरा का त्योहार इस साल 15 अक्टूबर शुक्रवार को मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था. इसलिए इसे विजया दशमी के रूप में भी मनाते हैं.
15 अक्टूबर को विजया दशमी के दिन दोपहर 2 बजकर 1 मिनट से 2 बजकर 47 मिनट तक विजय मुहूर्त है. इस मुहूर्त की कुल अवधि 46 मिनट की है. दोपहर के समय पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 15 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 33 मिनट तक है.
इस दिन भगवान श्री राम, मां दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश और हनुमान जी की आराधना करके सभी के लिए मंगल की कामना की जाती है. समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए विजयादशमी पर रामायण पाठ, श्री राम रक्षा स्त्रोत, सुंदरकांड आदि का पाठ किया जाना शुभ माना जाता है.