Increasing heart attack in young people: भारत की यंग जेनरेशन अब एक नए चैलेंज से गुज़र रही है, और वो है Unhealthy Heart. भारत में लोगों को कम उम्र में हार्ट अटैक होने लगे हैं. हाल ही में कार्डियक अरेस्ट के कारण अभिनेत्री मंदिरा बेदी (Mandira bedi) के पति की मौत के बाद एक बार फिर यंग इंडिया की हेल्थ और उनके हार्ट से जुड़ी परेशानी की चर्चा होने लगी है. भारत में हर मिनट 30 से 50 साल की उम्र के लगभग चार लोग हार्ट अटैक (Heart attack in young people) का शिकार हो रहे हैं. देश के युवाओं को दुनिया में किसी भी देश के मुकाबले 8 से 10 साल पहले हार्ट अटैक हो रहा है. ये माना जाता है कि बढ़ती उम्र के साथ दिल से जुड़ी बीमारियों और हार्ट अटैक (Heart attack) का खतरा भी बढ़ने लगता है लेकिन अब युवाओं में इसका ज़्यादा रिस्क देखने को मिल रहा है.
इंडियन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक भारत में हार्ट अटैक के लगभग पचास प्रतिशत मामले 50 साल से कम और 25 प्रतिशत मामले 40 साल से कम उम्र के लोगों में देखने को मिल रहे हैं. जो एक चिंता का विषय है. आखिर क्यों युवाओं को दिल से जुड़ी परेशानियां इतनी कम उम्र में घेर रही हैं? इसके कुछ कारण हो सकते हैं... स्ट्रेस, अकेलापन, जॉब लॉस, कोविड और लॉकडाउन की वजह से बढ़ा डिप्रेशन और एंग्जायटी, स्मोकिंग और एल्कोहल की लत. इसके अलावा मौसम में हुआ एक्सट्रीम चेंज भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है. कुछ हेल्थ कंडीशंस भी आपके लिए हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती हैं .
अगर आपको डायबिटीज़ है और आप इंस्यूलिन पर हैं
आपका बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है
आपका प्रोटीन लेवल बढ़ा हुआ है
आपके शरीर में विटामिन D की कमी है
आपका वज़न नियंत्रित नहीं है
आप फैटी लिवर से जूझ रहे हैं
क्या कुछ ऐसे साइन हैं जिनसे देखकर हार्ट अटैक के खतरे का पता लगाया जा सकता है? एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसा ज़रूरी नहीं है कि अचानक आपके सीने में दर्द हो और तब आपको हार्ट अटैक का पता लगे. अपनी बॉडी के कुछ अर्ली साइन्ज़ पर अगर आप ध्यान दें तो इस खतरे को काफी हद तक आप भांप सकते हैं.
सीने में असहजता महसूस होना
इनडाइजेशन
नॉज़िया
हार्ट बर्न
चक्कर आना
गले और जबड़े में दर्द होना
अचानक पसीना आना
पैरों में सूजन
इनमें से कोई भी लक्षण अगर आपको नज़र आता है तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.