कोरोनाी वायरस की वजह से बंद पड़े स्कूलों को लेकर विश्व बैंक ने बड़ी बात कही है. विश्व बैंक ने सलाह दी है कि देशों को स्कूल खोलने के लिए पहले वैक्सीनेशन किए जाने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वैज्ञानिकों की तरफ से साफतौर पर संकेत दिए गए हैं कि, बच्चों में कोविड-19 के संक्रमण की आशंका कम है. दरअसल, विश्व बैंक की टीम ने वैक्सीन से पहले फिर से स्कूल खोलने वाले देशों के अनुभव पर एक रिपोर्ट तैयार की है.
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इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, कोरोना वायरस को लेकर सभी को अब पूरी जानकारी है. ऐसे में स्कूलों को बंद करना आखिरी ऑप्शन नहीं हो सकता है. विश्व बैंक के इस नोट में कहा है कि, स्कूलों को बंद रखना बीमारी का खतरा तो घटाता है, लेकिन बच्चों की पढ़ाई, हेल्थ और होलिस्टिक डेवलपमेंट को खतरे में डालता है.
विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, दुनियाभर में 80 फीसदी स्कूल चालू हैं. इनमें से 54 फीसदी में छात्र स्कूलों में जा रहे हैं. 34 फीसदी ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से चल रहे हैं, जबकि 10 फीसदी सिर्फ डिस्टेंस लर्निंग के लिए खुले हैं. इसके अलावा विश्व बैंक ने कहा कि, छात्रों के स्कूल लौटने से उनका डर भी दूर होगा.