एक अभूतपूर्व फैसला लेते हुए विपक्षी दलों ने बजट सत्र से पहले ऐलान किया है कि वे राष्ट्रपति के संबोधन का बहिष्कार करेंगे. राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि 16 दलों की तरफ से ये फैसला लिया गया है, और सबने मिलकर साझा बयान जारी किया है कि राष्ट्रपति के संबोधन में वे हिस्सा नहीं लेंगे. बयान में कहा गया है कि ऐसा कृषि कानूनों के विरोध में किया गया है जिसे इस सरकार ने गलत तरीके से बलपूर्वक और सबकी सहमति के बिना पास कराया है. इससे पहले सभी विपक्षी दलों ने वर्चुअल बैठक की जिसमें ये अहम फैसला लिया गया.