दौड़ना (Running) मतलब सेहत की ओर कदम दर कदम बढ़ते जाना. रनिंग फिजिकल एक्टिविटी का पॉपुलर फॉर्म है. अच्छी बात ये है इसे करने के लिए किसी उपकरण की जरूरत नहीं होती और इसे अपनी सुविधा के अनुसार कहीं भी और किसी भी समय कर सकते हैं. एक और अच्छी बात ये है कि रनिंग एक ऐसी गतिविधि है कि जो उम्रभर चलती है.
दौड़ना कैलोरी बर्न करने और कार्डियोवैस्कुलर स्ट्रेंथ को बेहतर बनाने का सबसे प्रभावी तरीका है. मतलब दौड़ना सिर्फ शारीरिक तौर पर स्वस्थ नहीं करता है, बल्कि ये आपको मानसिक तौर पर बहुत स्ट्रांग बनाने के लिए काफी है. अगर आप घर से बाहर यानि आउटडोर रनिंग करते हैं तो प्रकृति के साथ इससे मिलने वाला फायदा और बढ़ जाता है. अगर आप एक्सरसाइज करने की शुरुआत कर रहे हैं तो सबसे पहले ब्रिस्क वॉक यानि तेज चलना, फिर जॉगिंग और उसके बाद ही रनिंग की सलाह दी जाती है.
चाहे आप अपनी पसंद से रनिंग करते हैं या मजबूरी में खुद को इसके लिए जोर लगाते हैं. एक बात तो तय है कि इसके मिलने वाले फायदे को कोई मना नहीं कर सकता है. ऐसे में हम बता रहे हैं दौड़ने के कुछ ऐसे फायदों को बारे में जिसे अमेरिका National Institute of Health (NIH) ने सुझाए हैं और इन्हें जानकर आप यकीनन सरप्राइज़्ड रह जाएंगे.
बेहतर लॉन्ग टर्म हेल्थ
अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के जर्नल में छपी स्टडी के मुताबिक, दिन में 5 से 10 मिनट तक धीमी गति से दौड़ने से दिल से जुड़ी बीमारी से मौत का खतरा काफी कम हो जाता है. लगातार दौड़ने की आदत ना सिर्फ आपको फिट रख सकती है बल्कि दिल की बीमारियों से भी बचा सकती है.
सुधरती है इम्यूनिटी
यदि आप नियमित दौड़ते हैं तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और आप छोटे-मोटे रोगों की गिरफ्त में आसानी से नहीं आते. दरअसल दौड़ने का हर कदम हमारे फेफड़ों को हवा में पाये जाने वाले बैक्टीरिया को बाहर निकालता है. दौड़ने से शरीर का तापमान बढ़ता है और साथ ही हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है.
बेहतर नींद
अगर आप उन लोगों में से एक हैं जो सोने से पहले लंबे समय तक करवटें बदलते रहते हैं तो आपको रनिंग शुरू करने की जरूरत है. अच्छी नींद आपके ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि जब आप सो रहे होते हैं तो आपका शरीर खुद की मरम्मत करता है जिससे आप सुबह उठने पर फ्रेश फील करते है. जर्नल ऑफ क्लिनिकल स्लीप मेडिसिन में छपी स्टडी के मुताबिक, रेग्युलर एक्सरसाइज आपकी नींद की क्वालिटी को सुधार सकता है और आपको रात में सोने में मदद कर सकता है.
जोड़ों को बनाता है मजबूत
जी हां, दौड़ने से आपके घुटने टूटते नहीं बल्कि इसका ठीक उल्टा होता है. लॉरेंस बर्कले नेशनल लेबोरेटरी की रिसर्च बताती है कि दौड़ने से गठिया का खतरा कम हो जाता है. ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि ये आपके घुटने के कार्टिलेज में पोषक तत्वों के सर्कुलेशन को बढ़ाता है और घुटने के आसपास के लिगामेंट्स को भी मजबूत बनाता है.
सुधरती है याददाश्त
अगर आपको लगता है कि आपकी याददाश्त कमज़ोर हो रही है और चीजें भूलने लगे हैं तो दौड़ना शुरू कीजिए. ये आपके हिप्पोकैम्पस के आकार को बढ़ा सकता है. हिप्पोकैम्पस मस्तिष्क का वो हिस्सा है जो याददाश्त और सीखने के लिए जिम्मेदार होता है.
इन फायदों के बारे में जानकर अब आपको ये समझ आ ही गया होगा कि दौड़ना खुद में एक बेहतरीन जादू समेटे हुए है. फिजिकल हेल्थ से लेकर मेंटल हेल्थ तक, अच्छी और क्वालिटी लाइफ जीने के लिए रनिंग एक Key Mantra का काम कर सकता है.
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