केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir News) के बाद लद्दाख (Ladakh) के नेताओं के बैठक करने का इरादा किया है. ये बैठक 1 जुलाई को दिल्ली में ही होगी जिसमें लद्दाख के सभी प्रमुख नेताओं और दलों को बुलावा भेजा जाएगा. बीते 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi Met Kashmiri Leaders) और गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों और प्रमुख नेताओं से मुलाकात की थी. करगिल डेमोक्रेटिल अलायंस ने बैठक के लिए मिले न्यौते की पुष्टि की है. बता दें कि करगिल डेमोक्रेटिक अलायंस ने मांग की है कि केंद्र सरकार फिर से धारा 370 और 35-ए को बहाल करे. साथ ही लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा भी दिया जाए.
कश्मीर के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री की बैठक करीब 3 घंटे चली थी. जिसके बाद पीएम ने ट्वीट कर कहा था, हमारे लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत एक मेज पर बैठने और विचारों का आदान-प्रदान करने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि मैंने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से कहा है कि लोगों को, खासकर युवाओं को जम्मू-कश्मीर को राजनीतिक नेतृत्व देना है और यह सुनिश्चित करना है कि उनकी आकांक्षाएं पूरी हों. पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से कहा था कि वे 'दिल की दूरी' और 'दिल्ली की दूरी' को खत्म करना चाहते हैं.