करीब 1 महीने और 46 मैच के बाद यूरो कप (Euro 2020 final) फुटबॉल टूर्नामेंट अपने अंजाम तक पहुंचने वाला है. इटली (Italy) और इंग्लैंड (England) के बीच फाइनल लंदन के वेम्बली (Wembley) स्टेडियम में भारतीय समयानुसार 12 जुलाई को रात 12:30 से खेला जाएगा. इटली की टीम 53 साल बाद यूरो कप ट्रॉफी जीतना चाहेगी. वहीं, इंग्लैंड का यह पिछले 55 साल में पहला मेजर टूर्नामेंट फाइनल है.
बात इटली की टीम की करें तो वो पिछले 33 मैचों से अजेय है और अब फाइनल जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी. इटली टूर्नामेंट में गोल तो कर ही रही है और साथ में उसका डिफेंस मजबूत है. इटली के इस किले में सेंध लगाना इंग्लैंड के लिए आसान नहीं होगा. वहीं मार्को वेराट्टी, जोर्गिंहो और निकोलो बारेला से मिडफील्ड में अच्छे प्रदर्शन की फिर से आस रहेगी. इटली ने साल 1968 में यूरो कप पर कब्जा जमाया था. इसके बाद टीम 2000 और 2012 में भी फाइनल तक पहुंची, लेकिन पहले फ्रांस और फिर स्पेन ने टीम के सपने को चकनाचूर कर दिया.
वहीं, कोच गेरेथ साउथगेट की टीम इंग्लैंड ने टूर्नामेंट में एक ही गोल खाया है और इनके किले को भेदने के लिए इतालवी को अलग ही रणनीति बनानी होगी. अगर हैरी केन और रहीम स्टर्लिग की जोड़ी इतालवी किले को भेद दे तो यह टीम एक गोल के अंतर से भी मैच को जीतने का दमखम रखती है. इंग्लैंड की टीम सभी विभागों में अच्छी है. टीम के पास बेहतरीन खिलाड़ी मौजूद हैं और वेंबले स्टेडियम घरेलू प्रशंसकों का समर्थन टीम में और जोश भरेगा. इंग्लैंड 2018 वर्ल्ड कप में भी सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गई थी. ऐसे में टीम के पास होम ग्राउंड में छा जाने का इससे बेहतर मौका शायद ही होगा.