Gujarat Vijay Rupani: गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटाए गए BJP के वरिष्ठ नेता विजय रूपाणी की बेटी राधिका रूपाणी ने फेसबुक पर एक भावुक पोस्ट शेयर किया है. उन्होंने अपने पिता को लेकर सवाल किया है कि-
- क्या सरल होना राजनीति में गुनाह है?
- क्या सिर्फ कठोर छवि ही नेता की पहचान होती है?
लंदन में रह रहीं राधिका ने 'विजय रूपाणी फ्रॉम दि आइज़ ऑफ ए डॉटर’ (एक बेटी की नजर से विजय रूपाणी) शीर्षक वाले पोस्ट में उन लोगों पर निशाना साधा जो उनके पिता से सीएम पद छीने जाने की वजह उनका 'मृदुभाषी' होना बता रहे हैं. राधिका ने लिखा कि उनके पिता मृदुभाषी के साथ साथ एक संवेदनशील नेता भी हैं. राधिका ने आगे लिखा- क्या राजनेताओं में संवेदनशीलता और कृपा नहीं होनी चाहिए? क्या यह एक नेता में होने वाला जरूरी गुण नहीं है?
राधिका रूपाणी ने कहा कि बहुत कम लोग जानते हैं कि तौकता चक्रवात और कोरोना के बड़े खतरों के दौरान, मेरे पिता रात ढाई ढाई बजे तक सीएम डैशबोर्ड और फोन कॉल्स के जरिए बंदोबस्त में जुटे रहते थे. राधिका ने लिखा कि सितंबर 2002 में जब गांधीनगर के अक्षरधाम मंदिर में आतंकी हमला हुआ था, तब उनके पिता मोदी से भी पहले वहां पहुंचे थे.
आपको बता दें कि कोरोना के दौरान रूपाणी चौथे भाजपाई मुख्यमंत्री हैं जो बदले गए हैं. विजय रूपाणी दिसंबर 2017 में दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री बनाए गए थे.