Harish Rawat apologizes for 'Panj Pyare': पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और राज्य कांग्रेस चीफ नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu, Amarinder Singh) के विवादों को सुलझाने पहुंचे प्रभारी हरीश रावत खुद विवादों में घिर गए हैं. दरअसल, मंगलवार शाम को हरीश रावत ने नवजोत सिंह सिद्धू और उनके साथ नियुक्त किए गए चार वर्किंग प्रेसिडेंट्स के साथ मुलाकात की. रावत ने मुलाकात के बाद सिद्धू और उनके चारों वर्किंग प्रेसिडेंट्स को "पंज प्यारे" कह दिया.
अकाली दल इसपर आग बबूला हो गई और इसे सिख धर्म का अपमान बताया. दरअसल सिख परंपरा में ‘पंज प्यारे’ पांच पवित्र गुरुओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है. अकाली दल का कहना है कि राज्य सरकार को हरीश रावत के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज करना चाहिए.
हालांकि विरोध होने पर हरीश रावत ने अपने ‘पंज प्यारे’ वाली टिप्पणी के लिए तुरंत माफी भी मांग ली है. बता दें कि सिख धर्म के मुताबिक श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने सिख धर्म की शुरुआत के समय पर पांच ऐसे लोगों को चुना था जो गुरु और धर्म के लिए कुछ भी कर सकें. जो धर्म के लिए अपनी जान न्योछावर करने से भी पीछे न हटें.