6 June: भारत में ट्रेनों के चलने का इतिहास करीब 170 साल पुराना है...इस लंबे सफर में भारतीय रेलवे ने कई मुकाम हासिल किए हैं लेकिन इसी दौरान कुछ ऐसे हादसे भी हुए हैं जो इसके गौरवशाली इतिहास पर धब्बे के समान है...आज हम बात करेंगे भारत के सबसे बड़े रेल हादसे की...क्योंकि आज की तारीख यानी 6 जून का संबंध इसी हादसे से है... 6 जून 1981 को बिहार में हुए इस हादसे ने देश ही नहीं पूरी दुनिया को झकझोर दिया है...
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आज झरोखा में इसी हादसे पर होगी बात-
6 जून 1981 के दिन शाम का वक्त था...9 बोगियों की एक पैसेंजर ट्रेन जिसकी संख्या 416DN थी...मानसी से सहरसा की ओर जा रही थी...ट्रेन खचाखच भरी थी...अंदर जगह नहीं होने पर कुछ लोग गेट पर तो कुछ छत पर तो कुछ खिड़कियों को पकड़कर लटके थे... इंजन के आगे-पीछे भी खाली स्थानों पर बैठे थे क्योंकि तब कोयले से चलने वाली इंजन हुआ करती थी जिसके चारों ओर ड्राइवर को आने जाने की जगह होती थी. ट्रेन में इस वजह से इतनी भीड़ थी कयोंकि तब खगड़िया से सहरसा जाने के लिए एकमात्र जरिया ट्रेन ही होती थी...
खैर छुक-छुक करती ट्रेन आगे बढ़ रही थी...बदला स्टेशन से ट्रेन आगे बढ़ी तो आंधी-पानी शुरू हो गई...कुछ किलोमीटर आगे ट्रेन बागमती नदी पर बने पुल संख्या 51 पर चढ़ी...इसी दौरान ड्राइवर ने तेजी से इमरजेंसी ब्रेक लगाया..जिससे ट्रेन के 9 में से 7 डिब्बे पानी में गिर पड़े. बारिश की वजह से बागमती नदी ऊफान पर थी...लिहाजा देखते ही देखते सभी डिब्बे नदी के पानी में समा गए...चारों तरफ चीख-पुकार मच गई...
सरकारी कागजों में इस हादसे में मरने वालों की संख्या 300 बताई गई लेकिन स्थानीय लोग और दूसरी एजेंसियां इसकी संख्या 800 से 1000 बताती हैं. हादसे की वजहों को लेकर भी अलग-अलग थ्योरी चलती है. कुछ लोग कहते हैं कि ट्रैक पर गाय-भैस का झुंड आ गया इस वजह से ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिया...वहीं कुछ लोगों का कहना है कि बारिश के कारण लोगों ने ट्रेन की सभी खिड़कियों को बंद कर दिया और तेज तूफान होने की वजह से पूरा दबाव ट्रेन पर पड़ा और बोगियां नदी में समा गई. बहरहाल ये देश का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा रेल हादसा था. विश्व की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना श्रीलंका में 2004 में हुई थी. जब सुनामी की तेज लहरों में ओसियन क्वीन एक्सप्रेस समा गई थी. इस हादसे में सत्रह सौ से अधिक लोगों की मौत हुई थी.
चलते चलते आज की दूसरी अहम घटनाओं पर एक नजर डाल लेते हैं: