Corona Fourth Wave: 'चौथी लहर' बच्चों के लिए काल बनकर तो नहीं आ रही, क्या कहती है रिपोर्ट?

Updated : Apr 20, 2022 17:36
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Deepak Singh Svaroci

Corona Fourth Wave: देश में अचानक कोरोना मामलों (Corona Cases) में 66 प्रतिशत के करीब तेजी आ गई है. कई जानकारों का मानना है कि यह चौथी लहर (Corona Fourth Wave) की आहट है. लेकिन चिंता किसी और बात को लेकर है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के अस्पताल में भर्ती मरीजों में 27 फीसदी बच्चे (27% Children Hospitalised) हैं. यानी कि अगर 100 लोग भर्ती हैं तो उसमें एक चौथाई सिर्फ बच्चे हैं. और सरल कर दें तो कहेंगे कि अस्पताल में भर्ती हर चौथा मरीज बच्चा है... आंकड़ों को देखकर लोगों में डर बैठ गया है कि चौथी लहर कहीं बच्चों के लिए काल बनकर तो नहीं आ रही है?

बच्चे तेजी से हो रहे हैं कोरोना संक्रमित

दिल्ली-NCR में पिछले एक सप्ताह में 50 से ज्यादा बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं.
दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमितों में से 27% सिर्फ बच्चे हैं.
दिल्ली अस्पताल में भर्ती कुल 51 कोरोना मरीजों में 14 बच्चे हैं.
वहीं, नोएडा और गाजियाबाद के भी 25 स्कूलों में अब तक 162 बच्चे और टीचर संक्रमित हो चुके हैं.
18 अप्रैल को नोएडा में कोरोना के कुल 107 मामले सामने आए. इनमें से 33 संक्रमित, स्कूली बच्चे हैं.
नोएडा में अब तक कोरोना से 100 बच्चे संक्रमित हुए हैं.
गाजियाबाद में भी कई स्कूली बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की मिली है खबर.

सवाल उठता है कि मां-बाप डरे हुए क्यों हैं?

दरअसल 11 हफ्तों बाद देश में 11-17 अप्रैल के दौरान 6610 नए केस दर्ज हुए, जो 04-10 अप्रैल के दौरान आए 4900 डेली केसेज के मुकाबले 35% ज्यादा हैं. वहीं अगर बीते 24 घंटों की बात करें तो कोविड केसों में अचानक से 65.7 प्रतिशत का उछाल आया है. जबकि 40 लोगों की मौतें हुई हैं. कोरोना मामलों में आई अचानक तेजी और बच्चों में बढ़ रहे मामले मां-बाप को डराने लगे हैं.

और पढ़ें- Corona R value: भारत में कोरोना की बढ़ती आर वैल्यू ने बढ़ाई टेंशन, जानें क्यों बढ़ा खतरा

हालांकि एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया के मुताबिक बच्चों में कोरोना के हल्के लक्षण होते हैं और वे जल्दी ठीक हो जाते हैं. कई अन्य डॉक्टर भी मानते हैं कि 1-7 साल के बच्चों में कोरोना संक्रमित होने का खतरा अधिक है, लेकिन उनमें गंभीर बीमारी और मौत का खतरा काफी कम रहता है.

बच्चों में कोरोना को लेकर क्या कहते हैं डॉक्टर?

कोरोना से बच्चों में गंभीर बीमारी नहीं हो रहे हैं.
ज्यादातर मामले में बच्चों में हल्के लक्षण दिख रहे हैं.
संक्रमित होने वाले बच्चे घर पर रहकर ही ठीक हो रहे हैं.
जो भी अस्पताल में भर्ती हुए, उन्हें पहले से थी बीमारी

कोरोना संक्रमण के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
किसी भी बच्चे को उल्टी के बाद तेज बुखार होना
डायरिया के लक्षण भी हो सकती है निशानी
बड़े बच्चों में रहती है सिरदर्द की शिकायत
तीनों ही लहरों में बच्चों पर असर रहा कम

हालांकि एक बात स्पष्ट है डॉक्टर्स की जो भी राय है वह मौजूदा स्थिति को देखते हुए हैं. अगर मामले बढ़े और गंभीरता बढ़ी, फिर डॉक्टर क्या कहते हैं उसके लिए इंतजार करना होगा. फिलहाल जो भी बच्चे टीका लगवाने योग्य हैं वह टीका जरूर लगवाएं. बच्चों को स्कूल में मास्क पहनने और अपना खाना शेयर करने से बचने की सलाह दी गई है.

और पढ़ें- Delhi Covid Cases: दिल्ली को फिर डरा रहा है कोरोना, केस में तेजी से उछाल और एक मरीज की मौत

यानी कि सभी मां-बाप को अपने स्तर पर सतर्क रहने की जरूरत है और स्कूल प्रशासन के लिए जरूरी है कि वहां पर शिक्षकों और बच्चों से सभी जरूरी गाइडलाइंस का पालन करवाएं.

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