Narendra Modi over Inflation: लोग एक बार फिर से पुराने वाले नरेंद्र मोदी को ढूंढ़ रहे हैं. ताकि किसी शख्स को गैस सिलेंडर (LPG) को नमस्कार करने की जरूरत ना पड़े और महंगाई के मुद्दे को लेकर सड़क पर जनआंदोलन खड़ा किया जा सके. जैसा कि कांग्रेस सरकार (UPA Govt) के दौरान हुआ करता था. यह तमाम वीडियो 2013 की है. तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी और बीजेपी (BJP) विपक्ष में.. मोदी (Narendra Modi) महंगाई को लेकर सार्वजनिक मंच से कांग्रेस सरकार को निशाने पर लेते थे.
याद कीजिए उस दौर को जब बताया जाता था कि सारी परेशानी की जड़ केंद्र सरकार ही है. नरेंद्र मोदी, योग गुरु रामदेव समेत कई लोगों का मानना था कि कांग्रेस सरकार हटते ही पेट्रोल-डीजल के दाम 40 रुपये के करीब पहुंच जाएंगे और महंगाई भी काबू में होगी. हालांकि कुछ दिनों पहले जब योगगुरु रामदेव के सामने इस सवाल को दोहराया गया तो उन्होंने क्या कहा खुद ही सुनिए...
दूध से लेकर खाने पीने के सभी समान हुए महंगे
बयानबाजी से इतर देखें तो देश में महंगाई एक बार फिर से चरम पर है. दूध से लेकर पेट्रोल-डीजल (Petrol-diesel), एलपीजी सिलेंडर (LPG cylinder), CNG, PNG, फल-सब्जियां और दाल-चावल-आटा सब महंगे हो गए हैं.
पेट्रोल-डीजल के भाव 16 दिन में 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ चुके हैं. घरेलू गैस एक हजार रुपए के पार पहुंच चुकी है, वहीं व्यावसायिक सिलेंडर पिछले एक महीने में दो बार बढ़ कर सोलह सौ रुपए के आसपास है.
खानपान की दुकान चलाने वालों के सामने रोजगार का संकट
खानपान की दुकान चलाने वालों के सामने रोजगार का संकट पैदा हो गया है. ट्रांसपोर्टेशन खर्च में बढ़ोतरी से कई तरह के सब्जियों के दाम में जबरदस्त उछाल आया है.
50 रुपये से कम की कोई सब्जी नहीं मिल रही
बाजार में भिंडी 120 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं. करेला 80 रुपये से लेकर 100 रुपये. गाजर 50 से 60 रुपये प्रति किलो, अदरक 70 से 80 रुपये प्रति किलो, और शिमला मिर्च 90 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं.
अमूमन नवरात्र में प्याज के दाम घट जाते हैं, लेकिन इस बार प्याज भी 30 से 40 रुपये प्रति किलो हैं. सबसे अधिक तेजी नींबू के दाम में देखने को मिल रही है. नींबू के दाम मंडी में 300 से 320 रुपए प्रति किलोग्राम है. जबकि खुदरा बाजार में यह चार सौ रुपए प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है.
रसोई का बिगड़ा बजट
महंगाई की मार लोगों पर साफ नजर आ रही है. देश के हर कोने में खाद्य पदार्थों की चीजों में बढ़ोतरी ने रसोई घर का बजट बिगाड़ दिया है. पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम के बाद सब्जियों के दाम जिस तरीके से आसमान छू रहे हैं, उसने आम लोगों के लिए एक बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ने से ये हालात पैदा हुए हैं. जो फिलहाल कंट्रोल में आने वाला नहीं है.
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संसद में भी महंगाई पर उठाए जा रहे सवाल
भारत में फिलहाल लोग महंगाई के खिलाफ सड़कों पर नहीं उतरे हैं. लेकिन विपक्ष मुद्दों को उठा रहा है. सोमवार को संसद में भी यह मुद्दा छाया रहा. सपा से राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने कहा कि मुझे तो डर ये लग रहा है कि कहीं बेरोजगार और गरीब लोग सड़कों पर न उतर आएं और भारत में फ्रेंच रिवॉल्यूशन (फ्रांसीसी क्रांति) जैसा न हो जाए.
वहीं, सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि थोड़े दिन में यहां भी हालत Sri Lanka जैसे हो जाएंगे.
श्रीलंका-पेरू में महंगाई के विरोध में सड़क पर प्रदर्शन
बता दें, महंगाई की मार से श्रीलंका पहले ही काफी परेशान है. वहां गृहयुद्ध जैसे हालात हैं. लोग सड़कों पर हैं और सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं.
श्रीलंका के बाद पेरू भी महंगाई से जूझ रहा है. बढ़ती कीमतों को लेकर यहां भी लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कई शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ की खबरें सामने आई हैं. इसके बाद राष्ट्रपति ने राजधानी लीमा और कलाओ में इमरजेंसी की घोषणा की है.