पीएम मोदी अपनी बयान की वजह से एक बार फिर चर्चा में हैं. सोशल मीडिया पर विरोधी पीएम मोदी को ट्रोल कर रहे हैं. ट्रोल करने के लिए जिन दो खबरों को आधार बनाया गया है, पहले उसकी चर्चा कर लेते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मनी के म्यूनिख में दावा करते हुए कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने सभी गांवों में बिजली पहुंचा दी है.
वैसे कहा तो उन्होंने बहुत कुछ था लेकिन आज की चर्चा बिजली पर ही केंद्रित रखूंगा. अब दूसरी खबर की तरफ रुख करूंगा. इन दिनों NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पैतृक गांव मयूरभंज जिले के डूंगुरशाही में बिजली पहुंचाने की तैयारी ज़ोर-शोर से चल रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस गांव में करीब 20 परिवार हैं. वहीं उपरबेड़ा गांव अंतर्गत आने वाले बदाशाही और डूंगुरशाही गांव की आबादी करीब 3,500 बताई गई है.
हालात यह है कि लोगों को रात के काम-काज के लिए किरोसिन जलाकर रोशनी करनी पड़ती है. मोबाईल चार्ज करने के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है.
इन दो खबरों की वजह से सोशल मीडिया पर लोग पीएम मोदी के बयान की पड़ताल करने का दावा कर रहे हैं. विजय शंकर सिंह नाम के एक ट्विटर यूजर ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए लिखा है कि बर्लिन में प्रधानमंत्री जी ने कहा कि देश के हर गांव में बिजली पहुंचा दी गई है.' उसी अखबार में एक दूसरी ख़बर भी छपी है कि एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के गांव में पहली बार बिजली पहुंचेगी. दोनों ही ख़बरें एक ही अख़बार की हैं.
नरेश शर्मा नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि काफी पहले खुद ही कह चुके हैं.... झूठ बोलो ! बार बार झूठ बोलो!! पूरी ताकत से झूठ बोलो !!! आखिर किसी बात पर तो यकीन करना ही पड़ेगा .....
वहीं संजीव गुप्ता नाम के एक अन्य यूजर्स ने लिखा कि कहने के पैसे थोड़े ना लगते हैं.
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राजा सेठी नाम के अन्य यूजर्स ने लिखा कि अब पाठक तय करे कि उसे दोनों में से कौन सी ख़बर सही माननी है?
अब एक और खबर देखते हैं... भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा है कि वित्त वर्ष 2021-22 में 500 रुपए के नकली नोट, 2020-21 की तुलना में दोगुने हो गए हैं. केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में 500 रुपए के नोट में 101.9% की बढ़ोतरी हुई है, जबकि 2 हजार रुपए के नोटों में 54.16% बढ़ोतरी देखने को मिली है.
वहीं अगर अन्य नोटों की बात करें तो पिछले वर्ष की तुलना में, 10 रुपए के नकली नोट 16.4% और 20 रुपए के नोट 16.5% बढ़े हैं. इसके अलावा 200 रुपए के नकली नोटों में 11.7% की वृद्धि देखी गई है. हालांकि यह खबर एक महीने पुरानी है. लेकिन इसका जिक्र इसलिए जरूरी है क्योंकि 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने जब अचानक नोटबंदी की घोषणा की तो तर्क यही दिया गया कि इससे नकली नोटों पर लगाम लगेगा.
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RBI के आंकड़े बताते हैं कि पीएम मोदी ने जिस नकली नोट पर लगाम लगाने की सोच के साथ नोटबंदी की घोषणा की थी, वह अब तक पूरा नहीं हुआ है.
पीएम मोदी का एक और बयान सुनते हैं. हालांकि यह बयान आप विपक्षी दलों के मुंह से कई बार सुन चुके होंगे. दरअसल एक चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी कहते हैं कि विदेशों में इतने सारे काले धन जमा हैं कि अगर उसे भारत वापस ले आया जाए तो प्रत्येक देशवासियों को फ्री में 15 लाख रुपये मिल जाएंगे.
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हालांकि ABP ने इस बयान को लेकर जब तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से 2015 में सवाल किया था तो उन्होंने इसे चुनावी जुमला बता कर अपना पल्ला झाड़ लिया.
आज हमारे साथ इसी मुद्दे पर बातचीत करने के लिए वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार हैं.