Youtube से NEET तक...प्रेरणादायक है Pulwama के दिलावर हुसैन की स्टोरी

Updated : Jun 13, 2024 22:17
|
Editorji News Desk

Youtube का अगर सही इस्तेमाल किया जाए तो इससे बड़ा टीचर कोई नहीं हो सकता. ये साबित किया है पुलवामा के युवा छात्र दिलावर हुसैन खान ने. जिन्होंने  YouTube पर सेल्फ लर्निंग के जरिए NEET जैसे बेहद टफ एग्जाम में कामयाबी के झंडे गाड़ दिए. 

दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के छोटे से गांव इंदरवाली में जब ये खबर फैली की  गुज्जर समुदाय के एक युवा छात्र दिलावर ने NEET क्लियर कर लिया है तो मानों पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई. 

दिलावर ने बिना किसी कोचिंग के 652 नंबर हासिल कर सबका दिल जीत लिया. दिलावर बताते हैं कि उन्होंने NEET के लिए ऑनलाइन तैयारी की. 

वंचित गुज्जर समुदाय से ताल्लुक रखने वाले दिलावर अपने गांव के पहले डॉक्टर बनने के लिए तैयार हैं. वो गांव जहां लोग अभी भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

अपने गांव में लिमिटेड इंटरनेट जैसी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, दिलावर की अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें अपने सपनों को साकार करने का हौसला दिया. महंगे कोचिंग सेंटरों का खर्च उठाने में असमर्थ, दिलावर के परिवार के चेहरे भी आज खिल उठे हैं. 

दिलावर ने YouTube को अपने प्राथमिक शैक्षिक संसाधन के रूप में अपनाया. एक स्मार्टफोन और अडिग भावना के अलावा कुछ नहीं होने के बावजूद, उन्होंने NEET परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की, जिसका फल उन्हें मिला. दिलावर वाकई गांव के युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं. editorji हिंदी भी दिलावर के उज्जवल भविष्य की कामना करता है. 

ये भी पढ़ें: Congress Vs BJP: 'NEET घोटाले पर ध्यान नहीं, विदेश यात्राओं में व्यस्त हैं PM मोदी', कांग्रेस का वार

NEET

Recommended For You

editorji | भारत

History 05th July: दुनिया के सामने आई पहली 'Bikini', BBC ने शुरू किया था पहला News Bulletin; जानें इतिहास

editorji | एडिटरजी स्पेशल

History 4 July: भारत और अमेरिका की आजादी से जुड़ा है आज का महत्वपूर्ण दिन, विवेकानंद से भी है कनेक्शन

editorji | एडिटरजी स्पेशल

Hathras Stampede: हाथरस के सत्संग की तरह भगदड़ मचे तो कैसे बचाएं जान? ये टिप्स आएंगे काम

editorji | एडिटरजी स्पेशल

History 3 July: 'गरीबों के बैंक' से जुड़ा है आज का बेहद रोचक इतिहास

editorji | एडिटरजी स्पेशल

History: आज धरती के भगवान 'डॉक्टर्स' को सम्मानित करने का दिन, देखें इतिहास