गोवा भारत का सबसे छोटा राज्य (smallest state of India) है. 14 फरवरी को यहां विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Elections) के लिए वोटिंग होगी. आइए जानते हैं, इस तटीय राज्य के बारे में वह आंकड़े जो बेहद जरूरी है.
गोवा में विधानसभा की कुल 40 सीटें हैं. 2017 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस को 17 सीटों पर जीत मिली थी, वहीं बीजेपी ने 13, निर्दलीयों ने 3, जीएफपी ने 3 सीटें जीती थीं. आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने भी इन्हीं चुनावों से पहली बार गोवा की राजनीति में कदम रखा था. AAP को तब एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी.
कुल सीट: 40
गोवा विधानसभा चुनाव 2017:
कांग्रेस: 17
बीजेपी: 13
निर्दलीय: 3
जीएफपी: 3
AAP: 0
2017 में वोट शेयर की बात करें, तो बीजेपी को 33% वोट शेयर मिले थे जबकि कांग्रेस को 29%.
2017 वोटशेयर
BJP: 33%
कांग्रेस: 28%
1961 में पुर्तगाली शासन से आजादी के बाद, गोवा की राजनीति काफी हद तक रीजनल/लोकल पार्टियों तक ही सिमटी रही.
महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (Maharashtrawadi Gomantak Party) गोवा के महाराष्ट्र में विलय की हिमायती रही थी लेकिन आगे चलकर यह मांग खत्म हो गई और गोवा की अलग पहचान कायम रही.
भारत का यह सबसे छोटा राज्य, कई धर्मों और समुदायों की विविधता से भरा हुआ है. 2011 की जनगणना (2011 Goa Census) के मुताबिक, गोवा की 15 लाख की कुल आबादी में से 66% हिंदू हैं, 25% ईसाई हैं, और लगभग 8.5% मुस्लिम हैं.
गोवा एक नजर में
जनसंख्या: 15 लाख
हिंदू: 66%
ईसाई: 25%
मुस्लिम: 8.5%
गोवा में बीते 5 साल में मतदाताओं की संख्या 45 हजार से ज्यादा बढ़ चुकी है, इसमें महिलाओं की संख्या 31,460 है.
2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में 11,10,884 लोग थे, जबकि अब मतदाता सूची में 11,56,464 नाम हो चुके हैं.
2017: 11,10,884 वोटर
2022: 11,56,464 वोटर
सिर्फ 4 लोग थर्ड जेंडर के तौर पर रजिस्टर्ड किए गए हैं, दो नॉर्थ गोवा में और दो साउथ गोवा में.
वास्को विधानसभा क्षेत्र (Assembly Constituency of Vasco) में अब भी 35,139 संख्या के साथ सबसे ज्यादा मतदाता हैं
वोटर्स के लिहाज से सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र मुरगांव ( Mormugao Assembly Constituency) ( हिंदी में मोरमुगांव भी) है. यहां 19,958 वोटर हैं.
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