History 9 June: आदिवासियों के भगवान बिरसा मुंडा का आज ही के दिन साल 1900 में रांची की जेल में निधन हो गया था. बिरसा मुंडा की उम्र भले ही छोटी थी, लेकिन कम उम्र में ही वे आदिवासियों के भगवान बन गए थे. 1895 में बिरसा ने अंग्रेजों द्वारा लागू की गई जमींदारी और राजस्व-व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई छेड़ी. बिरसा ने सूदखोर महाजनों के खिलाफ भी बगावत की. महाजन कर्ज के बदले आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर लेते थे. दूसरी ओर, अंग्रेजों ने इंडियन फॉरेस्ट एक्ट पास कर जंगलों पर कब्जा कर लिया.खेती करने के तरीकों पर बंदिशें लगाई जाने लगीं.
दूसरी ओर, अंग्रेजों ने इंडियन फॉरेस्ट एक्ट पास कर जंगलों पर कब्जा कर लिया. खेती करने के तरीकों पर बंदिशें लगाई जाने लगीं.
आदिवासियों का धैर्य जवाब देने लगा था. तभी उन्हें बिरसा मुंडा के रूप में अपना नायक मिला. 1895 तक बिरसा मुंडा आदिवासियों के बीच बड़ा नाम बन गए थे। लोग उन्हें 'धरती बाबा' नाम से पुकारने लगे. बिरसा मुंडा ने आदिवासियों को दमनकारी शक्तियों के खिलाफ संगठित किया. अंग्रेजों और आदिवासियों में हिंसक झड़पें होने लगीं। अगस्त 1897 में बिरसा ने अपने साथ करीब 400 आदिवासियों को लेकर एक थाने पर हमला बोल दिया. जनवरी 1900 में मुंडा और अंग्रेजों के बीच आखिरी लड़ाई हुई. रांची के पास दूम्बरी पहाड़ी पर हुई इस लड़ाई में हजारों आदिवासियों ने अंग्रेजों का सामना किया, लेकिन तोप और बंदूकों के सामने तीर-कमान जवाब देने लगे. बहुत से लोग मारे गए और कई लोगों को अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर लिया.
बिरसा पर अंग्रेजों ने 500 रुपए का इनाम रखा था. उस समय के हिसाब से ये रकम काफी ज्यादा थी. कहा जाता है कि बिरसा की ही पहचान के लोगों ने 500 रुपए के लालच में उनके छिपे होने की सूचना पुलिस को दे दी. आखिरकार बिरसा चक्रधरपुर से गिरफ्तार कर लिए गए.
अंग्रेजों ने उन्हें रांची की जेल में कैद कर दिया. कहा जाता है कि यहां उनको धीमा जहर दिया गया. इसके चलते 9 जून 1900 को वे शहीद हो गए.
इतिहास के अगले अंश में बात फेमस कार्टून करेक्टर डोनाल्ड डक की. मिकी माउस के बाद डिज्नी का दूसरा सबसे फेमस कार्टून कैरेक्टर डोनाल्ड डक आज ही के दिन पहली बार दर्शकों के सामने आया था. साल 1934 में डिज्नी ने ‘द वाइज लिटिल हेन’ नाम से एनिमेटेड फिल्म रिलीज की थी, इसी फिल्म में डोनाल्ड डक को पहली बार दर्शकों ने देखा था. क्लारेंस नैश ने डोनाल्ड डक को अपनी आवाज दी थी.
अपनी बेवकूफी भरी हरकतों और गुस्सैल मिजाज की वजह से जल्द ही डोनाल्ड डक दर्शकों में लोकप्रिय हो गया। अगले दो दशकों में ही डोनाल्ड डक 100 से भी ज्यादा फिल्मों में नजर आया. मिकी माउस के बाद डोनाल्ड डक को डिज्नी का सबसे सफल कार्टून कैरेक्टर माना जाता है.
इतिहास के तीसरे और आखिरी अंश में बात मशहूर चित्रकार एम एफ हुसैन की. चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन का निधन आज ही के दिन साल 2011 में हुआ था. बात उनके करियर की करें तो सबसे पहले 1947 में बॉम्बे आर्ट सोसायटी की एग्जीबिशन में हुसैन की पेंटिंग ‘सुनहरा संसार’ प्रदर्शित की गई. इसके बाद जगह-जगह हुसैन की पेंटिंग की प्रदर्शनियां लगने लगीं. 1952 में पहली बार ज्यूरिख में उनके चित्रों की प्रदर्शनी आयोजित की गई। ये विदेश में उनकी पहली प्रदर्शनी थी. इसके बाद भारत के साथ-साथ हुसैन विदेश में भी प्रसिद्ध होने लगे. 1991 में हुसैन को पद्म विभूषण से नवाजा गया.
हुसैन का विवादों से भी नाता था. साल 2006 में एक मैगजीन के कवर पेज पर हुसैन का बनाया एक चित्र छपा, जिसमें भारत के नक्शे पर एक नग्न युवती को लेटा दिखाया गया. इस पर भी खासा विवाद हुआ. इन विवादों के बीच हुसैन ने भारत छोड़ दिया. वे लंदन और दोहा में निर्वासित जीवन बिताने लगे। 2010 में उन्हें कतर की नागरिकता मिल गई. आज ही के दिन 2011 में लंदन में उनका निधन हो गया.
2008: फिल्म ‘चक दे इंडिया’ के लिए अभिनेता शाहरुख खान को नौवें आईफा पुरस्कार समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला.
1983: यूके में हुए चुनावों में मार्गरेट थैचर की कंजर्वेटिव पार्टी को जीत मिली. ये पार्टी को मिली लगातार दूसरी जीत थी.
1975: ब्रिटिश पार्लियामेंट ने सदन की कार्यवाही का रेडियो पर लाइव प्रसारण शुरू किया.
1960: चीन में आए चक्रवाती तूफान मैरी के कारण 1600 लोगों की मौत हो गई.
1959: अमेरिका ने यूएसएस जॉर्ज वाशिंगटन सबमरीन को लॉन्च किया. न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल से लैस ये दुनिया की पहली सबमरीन थी.
ये भी पढ़ें: History 8 June: आज के दिन हुआ था हबीब तनवीर का निधन, जानिए आज का इतिहास