राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक वेब पोर्टल को दिए इंटरव्यू में कहा कि जो लोग आज मुझे पप्पू कहते हैं वही लोग कभी मेरी दादी यानी इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) को गूंगी गुड़िया कहते थे...राहुल का ये बयान वायरल हो गया. ऐसे में ये जानना दिलचस्प रहेगा कि जिस इंदिरा गांधी को आयरन लेडी (Iron Lady Indira Gandhi) के तौर पर याद किया जाता है उन्हें गूंगी गुड़िया क्यों कहा गया था.
दरअसल देश की पहली महिला प्रधानमंत्री (First woman prime minister) इंदिरा गांधी को सियासत विरासत में मिली थी. लेकिन देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की अचानक हुई मौत के बाद इंदिरा को प्रधानमंत्री की कुर्सी मिली. तब कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को लेकर वो काफी असहज थीं. खासकर मोरारजी देसाई (Morarji Desai) को लेकर...वे अक्सर इंदिरा के फैसलों के खिलाफ खड़े दिखाई देते.
इन परिस्थितियों में इंदिरा हमेशा भाषण और संसद में बहसबाजी से बचना चाहती थीं. वे बेहद कम बोलती थीं. कहा जाता है कि 1969 में जब उनको बजट पेश करना हुआ था तो वो इतनी डर गई थी कि उनके मुंह से आवाज भी नहीं निकल रही थी. उनकी नर्वसनेस और असहजता पर विपक्ष के नेता डॉ राम मनोहर लोहिया (Dr Ram Manohar Lohia) ने उन्हें 'गूंगी गुड़िया' कहा था.
हालांकि बाद में इंदिरा का एक अलग ही रूप सामने आया. 1969 में ही उन्होंने 14 बड़े बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने जैसा फैसला लेकर सबको चौंका दिया. इसके बाद तो इंदिरा ने एक के बाद एक कई कड़े फैसले लिए. मसलन- अलग कांग्रेस पार्टी बनाना. 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े करना और 1974 में पोखरण में परमाणु परीक्षण करना. तब के विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा के इन्हीं फैसलों पर उन्हें दुर्गा कहकर संबोधित किया था.