लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे चौंकाने वाले है...ऐसा इसलिए क्योंकि अबसे ठीक एक महीने भला किसने सोचा होगा कि विपक्षी दलों का INDIA गठबंधन को ऐसा परिणाम मिलेगा. राहुल-अखिलेश की जोड़ी ने कमाल करते हुए यूपी में INDIA गठबंधन की जमीन तैयार की और उसके साथ आए तमाम राजनीतिक अनुभव रखने वाले दिग्गजों ने उसका बखूबी साथ दिया. INDIA अलायंस की मेहनत का रंग चुनाव परिणाम में साफतौर पर दिखाई दिया लेकिन इस चुनाव में कई राज्य गेम चेंजर बनकर उभरे. जहां कई राज्यों में INDIA गठबंधन मजबूती से उभरा तो वहीं कई राज्यों में NDA को भी बढ़त दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान निभाया.
1- उत्तर प्रदेश
इस फेहरिस्त में पहला नाम उत्तर प्रदेश का है. INDIA गठबंधन ने उत्तर प्रदेश में काफी अच्छा प्रदर्शन किया. कहा जाता है कि दो लोकसभा चुनावों के बाद उत्तर प्रदेश का मिजाज बदल जाता है और इस बार ऐसा दिखा भी. यूपी में इस बार बेरोजगारी, पेपर लीक और आवारा पशुओं की समस्या वाले मुद्दे काफी अहम थे और रिपोर्ट्स के मुताबिक वोटर्स में इसे लेकर केंद्र के खिलाफ काफी गुस्सा था.
बीएसपी का वोट सपा को हुआ शिफ्ट
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में टिकटों का बंटवारा काफी समझबूझ के साथ किया और रिपोर्ट्स के मुताबिक बहुजन समाज पार्टी का वोटर बीजेपी के बजाए इस बार इंडिया गठबंधन की ओर ट्रांसफर हुआ.
INDIA ने कैंपेनिंग में जमकर किया वार
कांग्रेस नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा, "बीजेपी अगर सत्ता में आई तो वो संविधान बदल देगी." कांग्रेस के इस प्रचार की बदौलत जाटवों के खिलाफ माहौल तैयार हुआ.
2- पश्चिम बंगाल
एग्जिट पोल में पश्चिम बंगाल में बीजेपी की जीत का अनुमान लगाया गया था लेकिन राज्य में TMC ने बड़ी बढ़त हासिल करते हुए साफ कर दिया कि दीदी का जादू एक बार फिर पश्चिम बंगाल में चला है. देश के तमाम मीडिया हाउस ने अपने एग्जिट पोल में इस बार बीजेपी को आगे तो टीएमसी को काफी पीछे बताया था लेकिन ममता ने इस चुनान में अपनी मजबूती से हर किसी को दो-चार करा दिया.
पश्चिम बंगाल में चुनाव के समय टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच काफी हिंसक झड़पें देखी गई थीं. मतदान वाले दिन भी बीजेपी-टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच काफी हिंसा हुई थी. जहां बीजेपी हिंसा के लिए टीएमसी पर आरोप लगा रही थी तो वहीं टीएमसी, बीजेपी को इसके लिए आरोपी साबित करने में जुटी थी.
3- राजस्थान
हिंदी पट्टी के प्रमुख राज्यों में से एक राजस्थान में बीजेपी ने चुनाव प्रचार के दौरान दम तो खूब लगाया लेकिन वो 2019 के बेहतरीन प्रदर्शन को नहीं दोहरा सकी. राजस्थान में पीएम मोदी ने अपने प्रचार के दौरान वोटरों को एकजुट करने का काफी प्रयास किया लेकिन कांग्रेस ने जमीन पर वोटर्स को साधने का खासा काम किया.
4- बिहार
बिहार ने एकबार फिर नीतीश कुमार पर भरोसा जताया है. वहीं राज्य में बीजेपी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया. बिहार में जहां सीएम नीतीश कुमार का जलवा कायम है वहीं लालू के लाल तेजस्वी यादव ने दावे तो खूब किए लेकिन ग्राउंड पर किए गए दावों को वो वोट में कन्वर्ट करने में विफल रहे. LJP का प्रदर्शन भी बिहार में काफी अच्छा रहा है.