जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) की भाषण के गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्यारे ने शिंजो आबे को दो गोलियां मारी थी. डॉक्टरों ने शिंजो आबे को बचाने की कोशिश की लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. शिंजो आबे के निधन से पूरी दुनिया में शोक की लहर है. शिंजो आबे पहले विदेशी नेता नहीं हैं, जिनके निधन पर भारत में राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है. आज हम आपको 5 ऐसे विदेशी नेताओं (Foreign Leaders) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके निधन पर भारत में राष्ट्रीय शोक (National Mourning) का ऐलान किया गया था.
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संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद
UAE के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख खलीफा बिन जायद अल नाह्यान का 13 मई 2022 को 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था. शेख खलीफा बिन जायद (Sheikh Khalifa bin Zayed) के सम्मान में भारत में 14 मई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया था.
मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति अनिरुद्ध जगन्नाथ
मॉरीशस (Mauritius) के पूर्व राष्ट्रपति (Former President) और पूर्व प्रधानमंत्री (Former Prime Minister) अनिरुद्ध जगन्नाथ (Anerood Jugnauth) का 91 वर्ष की उम्र में 3 जून 2021 को निधन हो गया. उनके निधन पर भारत में एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया था. अनिरुद्ध जगन्नाथ के पूर्वज यूपी (UP) के बलिया जिले के अठिलपुरा गांव के रहने वाले थे.
सिंगापुर के पहले प्रधानमंत्री ली कुआन यू
सिंगापुर (Singapore) के प्रथम प्रधानमंत्री ली कुआन यू (First Prime Minister Lee Kuan Yew) का 91 साल की उम्र में 23 मार्च 2015 को निधन (Death) हो गया था. उनके सम्मान में 29 मार्च को देश में राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई. ली कुआन यू को आधुनिक सिंगापुर का जनक भी कहा जाता है.
सऊदी अरब के शाह अब्दुल्ला बिन अब्दुल अजीज
सउदी अरब (Saudi Arabia) के सुल्तान शाह अब्दुल्ला (King Abdullah Bin Abdul Aziz) का 23 जनवरी 2015 को निधन हो गया था. उनके निधन पर भारत में 24 जनवरी 2015 को एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई थी.
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला
दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. नेल्सन मंडेला (Former President Nelson Mandela) का 5 दिसंबर 2013 को निधन हो गया था. उनके सम्मान में 6 से 10 दिसंबर तक पांच दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया था.