भारत में 12 जनवरी के दिन को स्वामी विवेकानंद का जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद का का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था. हर साल उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस (के रूप में मनाया जाता है. क्योंकि स्वामी विवेकानंद के आदर्श, विचार और काम युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं.
स्वामी विवेकानंद के मानवहितकारी चिंतन और कर्म कालजयी हैं, वो खुद एक प्रकाश स्तंभ के समान हैं. वे भारतीय संस्कृति और युगीन समस्याओं के समाधायक, आध्यात्म और विज्ञान के समन्वयक और आध्यात्मिक सोच के साथ ही दुनिया को वेदों व शास्त्रों का ज्ञान देने वाले महान युगपुरुष थे. स्वामी विवेकानंद अपनी माटी और संस्कृति के प्रति पूरी तरह से समर्पित थे. कम उम्र में ही उन्होंने प्रखर ज्ञान अर्जित कर लिए थे.
भारत की आजादी के लिए अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना खून बहाया है जिनमें से एक सूर्य सेन भी थे. जिन्होंने मरते दम तक न सिर्फ ब्रिटिश राज के खिलाफ आवाज उठाई बल्कि कई बार गहरी चोट भी दी. इसलिए ब्रिटिश अधिकारियों ने एक स्कूल टीचर और महान क्रांतिकारी सूर्य सेन को असहनीय यातनाएं दी थीं. आखिरी वक्त मे वंदेमातरम का उदघोष न कर सके इसलिए दांत तोड़ दिए थे. सूर्य सेन का जन्म 22 मार्च 1894 को हुआ था और उन्हें 12 जनवरी, 1934 को फांसी दी गई थी. सूर्य सेन को प्यार से 'मास्टर दा' के नाम से जाना जाता था. उन्हें 1930 में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ चटगांव शस्त्रागार पर हमला करने के लिए जाना जाता है.
अभी कुछ और करिश्मे ग़ज़ल के देखते हैं
'फ़राज़' अब ज़रा लहजा बदल के देखते हैं
आज उर्दू के मशहूर शायर अहमद फ़राज़ साहब की जयंती है. फ़राज़ ने ग़ज़लों को नई शोहरत दिलाई. आम लोगों के बीच ग़ज़ल को किसी ने लोकप्रिय किया तो वो अहमद फ़राज़ ही थे. फ़राज़ का जन्म 12 जनवरी 1931 को पाकिस्तान के कोहाट के एक सम्मानित परिवार में हुआ था. फ़राज़ के नाम के पीछे एक छोटी-सी कहानी है. अहमद फ़राज़ का असली नाम सैयद अहमद शाह था, लेकिन वो शायरी अहमद शाह कोहाटी के नाम से करते थे. फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ उस जमाने के मशहूर शायर हुआ करते थे. फ़राज़ उनकी शख़्सियत, शायरी और उनके विचारों से बहुत प्रभावित थे. फ़ैज़ ने फ़राज़ की शख़्सियत और शायरी पर बहुत असर डाला. जब दोनों एक-दूसरे के संपर्क में आए तो फ़ैज़ ने फ़राज़ को नाम बदलने का मशवरा दिया. फ़ैज़ की बात मानकर उन्होंने अपना नाम अहमद फ़राज़ रख लिया.
देश-दुनिया के इतिहास में 12 जनवरी की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है :-
1708 : शाहू को मराठा शासक बनाया गया.
1757 : पश्चिम बंगाल के बंदेल को ब्रिटिश शासकों ने पुर्तगालियों से छीना.
1863 : स्वामी विवेकानंद का जन्म.
1931: पाकिस्तान के मशहूर उर्दू शायर अहमद फराज का जन्म.
1934: भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले क्रांतिकारी सूर्यसेन को अंग्रेजों ने फांसी पर लटका दिया.
1976: जासूसी उपन्यासों की मशहूर लेखिका अगाथा क्रिस्टी का निधन.
1984 : स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान.
1991: अमेरिकी संसद ने इराक के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के प्रस्ताव को पारित किया.
2010: हैती में भीषण भूकंप में दो लाख से अधिक लोगों की मौत.
2022ः ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मई 2020 में देश में कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान अपने डाउनिंग हाउस आवास के गार्डन में पार्टी को लेकर हाउस ऑफ कॉमन्स में माफी मांगी.