Rajkot-Delhi Fire: गुजरात से दिल्ली तक फैली लापरवाही की आग ने 30 से ज्यादा लोगों की जिंदगी लील ली...शनिवार की ये रात...कई परिवारों के लिए काली रात साबित हुई. आग के तांडव ने यहां कई घरों के चिराग बुझा दिए. हंसता-खेलता माहौल एक दम मातम में बदल गया. हर ओर चीख-पुकार और हाहाकार मच गई. 30 से ज्यादा लोगों की जान गई. आइए एक-एक कर इस मैन मेड डिजास्टर की पूरी डिटेल जानते हैं.
राजकोट गेमिंग जोन में आग, 25 से ज्यादा की मौत
सबसे पहले बात गुजरात के राजकोट शहर की. जहां बिना फायर डिपार्टमेंट से NOC लिए यहां गेमिंग जोन चलाया जा रहा था. अचानक आग लगी और 25 से ज्यादा लोगों की जलने से दर्दनाक मौत हो गई. मरने वालों में करीब 10 बच्चे भी शामिल हैं. लिहाजा इस घटना ने गुजरात के साथ-साथ पूरे देश को हिलाकर रख दिया. गुजरात हाई कोर्ट ने स्वत: इस मामले का संज्ञान लेते हुए इसे मैन मेड डिजास्टर करार दिया. कोर्ट ने नगर निगम से पूछा, 'कानून के किस प्रावधान के तहत इस गेमिंग जोन को संचालित करने की अनुमति दी गई थी?'
गुजरात के सभी गेमिंग जोन बंद किए गए
वहीं, कोर्ट की फटकार के साथ ही राज्य सरकार भी हरकत में आ गई. खुद मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने राजकोट पहुंचकर गेमिंग जोन अग्निकांड वाले घटनास्थल का दौरा किया. जिस जगह लोगों की जलकर मौत हुई थी. सीएम वहीं पहुंचे. उनके साथ गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी भी थे. इसके बाद दोनों घायलों का हाल लेने अस्पताल भी पहुंचे.
PM ऑफिस ने भी किया राहत राशि का ऐलान
राजकोट अग्निकांड की खबर दिल्ली तक पहुंचते ही पीएम ऑफिस से भी राहत का ऐलान किया गया. पीएम राहत कोष से मरने वालों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही गई. वहीं, गुजरात सरकार ने मरने वालों के परिवार जनों के लिए 4 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने का फैसला किया.
लुकआउट नोटिस जारी किया गया
वहीं, एक बड़ा अपडेट ये कि बिना फायर डिपार्टमेंट की NOC के गेमिंग जोन चला रहे युवराज सिंह सोलंकी को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि कुल 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. आरोपियों को विदेश भागने से रोकने के लिए उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है.
राजकोट अग्निकांड पर सभी ने जताया दुख
राजकोट से आई इस दर्दनाक खबर के बाद राजनीतिक गलियारों में भी शोक की लहर दौड़ गई. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी समेत अमित शाह, केजरीवाल, एस जयशंकर ने भी हादसे पर दुख जताया.
दिल्ली- नवजात केयर अस्पताल में लगी आग
गुजरात के बाद अब दिल्ली की दर्द ए दास्तां सुनिए...जहां विवेक विहार इलाके में स्थित बेबी केयर अस्पताल में शनिवार रात आग लग गई. सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल की टीम मौके पर पहुंची. स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. अस्पताल में फंसे 11 नवजात बच्चे को बाहर निकाला गया. जिसमें 6 बच्चों की मौत हो गई. जबकि 5 मासूम अब भी मौत से जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग के दौरान सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया. इस मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जांच के आदेश दिए हैं.
अस्पताल मालिक के खिलाफ FIR दर्ज
वहीं, आग की घटना के बाद बेबी हॉस्पिटल का मालिक पश्चिम विहार निवासी नवीन किची फरार हो गया है. दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी है कि अस्पताल के मालिक पर धारा 336 और धारा 304ए के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
हादसे से हर कोई दुखी
उधर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, PM मोदी, अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के LG समेत कई बड़े लीडर्स ने नवजात बच्चों की मौत पर दुख जताया है.
कृष्णा नगर में 3 लोगों की जलकर मौत
दिल्ली के विवेक विहार के बाद कृष्णा नगर में भी एक बिल्डिंग में आग लगने से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 लोग घायल हैं. ये आग चार मंजिला बिल्डिंग की पार्किंग में खड़ी 11 बाइकों में लगी हुई थी जो पहली मंजिल तक फैल गई थी. जिसके बाद ऊपरी मंजिल तक धुआं भर गया था. पुलिस के मुताबिक, एक डेड बॉडी बिल्डिंग से ही मिली जबकि दो लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा. फिलहाल करीब दस लोगों का इलाज अब भी जारी है.
लापरवाही की वजह से आग की बढ़ती घटनाएं बेकसूरों की जान ले रही है. आलम ये है कि हाई कोर्ट को स्वत: संज्ञान लेना पड़ रहा है...इसकी सीधा इशारा प्रशासन के सुस्त रवैये की ओर भी जाता है. जिसे जल्द से जल्द दुरुस्त किए जाने की जरूरत है.
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