SPECIAL STORY: अरबों की कंपनी के मालिक अब जेल में काट रहे दिन, कहानी सुभिक्षा के फाउंडर R Subramanian की

Updated : May 06, 2024 19:36
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Editorji News Desk

SPECIAL STORY: editorji की स्पेशल स्टोरी में आज बात आर सुब्रमनियन की. पहले IIT मद्रास फिर IIM अहमदाबाद से पढ़कर व्यापार की दुनिया में सनसनी बनकर आए आर सुब्रमनियन (R Subramanian) की कहानी का अंत 20 नवंबर, 2023 को जेल जाकर हुआ.  

कभी देश की सबसे बड़ी रिटेल चेन सुभिक्षा (Subhiksha) को चलाने वाले आर सुब्रमनियन (R Subramanian) इन दिनों जेल में 20 साल की सजा काट रहे हैं. उन पर निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप सिद्ध हुआ और कोर्ट ने सुभिक्षा के प्रमोटर सुब्रमनियन और उनके साथियों पर लगभग 190 करोड़ रुपये जुर्माना भी लगाया गया.

चेन्नई की एक स्पेशल कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि, आर सुब्रमनियन ने निवेशकों को धोखे में रखा और उन्हें फर्जी स्कीमों में पैसा लगाने के लिए ललचाया. मैच्योरिटी पर उन्हें फिर से गुमराह करके नई स्कीमों में पैसा लगवाया गया. निवेशकों से शार्ट टर्म निवेश पर ज्यादा मुनाफे का लालच दिया गया था. इस तरह से सैकड़ों निवेशकों को धोखा दिया गया और उनके पैसों को विभिन्न शेल कंपनियों में लगाया गया.'

अब बात उन चार स्कीम्स की कर लेते हैं. जिनके जरिए आर सुब्रमनियन और उनके साथियों ने निवेशकों को करोड़ों का चूना लगाया. 

  • आर सुब्रमनियन और उनके साथियों ने विश्वप्रिया इंडिया लिमिटेड के नाम पर चार स्कीम खोलीं. 
  • इनके नाम थे- प्राइम इनवेस्ट, एसेट बैक्ड सेक्योरिटी बांड, लिक्विड प्लस और सेफ्टी प्लस. 
  • इन स्कीम में लोगों को फंसाया जाता था. 
  • जब पैसा देने बारी आती थी तो और भी ज्यादा फायदे का लालच देकर फिर से पैसा ले लिया जाता था. 
  • आखिरकार ये लोग फेल हो गए और इनका भंडाफोड़ हो गया. 
  • 587 निवेशकों के साथ इन्होंने धोखा किया.

आर सुब्रमनियन ने स्वीकार किया जुर्म

वहीं, सुब्रमनियन ने भी अपना जुर्म स्वीकारते हुए कहा था कि, 'सभी स्कीमों में 137 करोड़ रुपये का डिफॉल्ट हुआ है. पिछले दस सालों से स्वेच्छा से कोई पैसा जमा नहीं किया और सभी योजनाओं में जमाकर्ताओं को 137 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान नहीं किया गया.' 

कोर्ट ने लगाया जुर्माना
इसके बाद कोर्ट ने सुब्रमनियन पर 8.92 करोड़ रुपये और उसकी कंपनियों पर 191.98 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया. इस पैसे में से 180 करोड़ रुपये निवेशकों को वापस करने का आदेश दिया गया. और आर सुब्रमनियन को 20 साल की सजा दी गई. आपको बता दें कि -

  • आर सुब्रमनियन ने 1991 में विश्वप्रिया को एक वित्तीय सेवा कंपनी के तौर पर खोला था. ये उनकी पहली कंपनी थी. 
  • इसके बाद 1997 में सुभिक्षा (subhiksha) की नींव डाली गई.
  • सुभिक्षा देश की सबसे बड़ी रिटेल चेन थी. 
  • देशभर में इसकी लगभग 1600 ब्रांच थी. 

लेकिन रुपयों के लालच ने आर सुब्रमनियन को जेल पहुंचा दिया. 

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Madras High Court

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