गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Mandir) में मुस्लिम युवक के हमला करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. यूपी सरकार (UP Government) ने मामले की जांच उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (UP ATS) को दिया है. एटीएस की टीम गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया. इसके अलावा एनआईए (NIA) और आईबी (IB) भी हमले की जांच में जुटी है. इस घटना की जांच आतंकी हमले के एंगल से भी होगी.
इसी साल फ़रवरी महीने में गोरखनाथ मंदिर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी.
इसके बाद रविवार शाम मंदिर की सुरक्षा में तैनात दो पीएसी जवानों पर एक सिरफिरे ने धारदार हथियार से हमला बोल दिया. गोरखनाथ मंदिर परिसर में ही गोरक्षपीठ के महंत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का आवास भी है. ऐसे में सवाल यह भी उठ रहे हैं कि दोनों घटनाओं के बीच कोई संबंध तो नहीं....
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यूपी की राजनीति में गोरखनाथ मंदिर का वही स्थान है, जो केंद्र की राजनीति के लिए नागपुर का है. गोरखनाथ मंदिर (Gorakhdham Mandir) की चर्चा के बिना गोरखपुर की राजनीति अधूरी है. 52 एकड़ में फैले गोरखनाथ मंदिर का पूर्वांचल की राजनीति में बड़ा महत्व है. 52 एकड़ में बने इस मंदिर में त्रेता युग से अखंड ज्योति जल रही है. अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में भी मठ की बड़ी भूमिका रही है.
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गोरखनाथ मंदिर का महत्व यहां पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को देखकर भी लगाया जा सकता है.
नेपाल बॉर्डर से सटे होने की वजह से भी गोरखनाथ मंदिर का इलाका संवेदनशील माना जाता है. पिछले पांच साल से शहर में विस्फोट करने की कई धमकियां मिल चुकी हैं.
एक नजर डालते हैं और जानते हैं कि कब-कब बम बिस्फोट की धमकी मिली है.
यह धमकी लेडी डान नाम के एक ट्वीटर हैंडल से दी गई थी. इसमें लखनऊ विधानसभा और मेरठ में भी बम धमाका करने की धमकी दी गई थी...
आपको जानकर ताज्जुब होगा कि इस मंदिर में सिर्फ हिंदू समुदाय ही नहीं मुस्लिम समुदाय के लोग भी आते हैं.
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इस मुस्लिम युवक ने हमला क्यों किया? वायरल हो रहे वीडियो में गेट पर बैठे पुलिस कर्मियों पर अचानक बाईं ओर से हमला होते हुए और अफरा-तफरी की स्थिति बनती दिखाई देती है. हमलावर चौराहे के बीच में ज़मीन पर गिरे हुए आदमी पर बार-बार वार करते नज़र आ रहा है. उसे रोकने के लिए कुछ लोग कोशिश करते हैं लेकिन वो उनका पीछा करके उन्हें दौड़ाने लगता है और मंदिर परिसर में घुस जाता है.
रविवार शाम को घटना के तुरंत बाद गोरखपुर ज़ोन के एडीजी अखिल कुमार ने मीडिया को ब्रीफ़ करते हुए हमला करने वाले का नाम अहमद मुर्तज़ा अब्बासी और उसे शहर के सिविल लाइंस, गोरखपुर निवासी बताया. पुलिस ने बताया कि इस युवक ने आईआईटी पवई से इंजीनियरिंग की थी और 2015 में ग्रैजुएट हुआ था. वो काफी पढ़ा-लिखा आदमी है. ऐसी स्थिति में ऐसी चीज़ क्यों हुई है, इसकी गहराई से छानबीन की जाएगी.