चुनावी मौसम में जहां राजनीतिक दिग्गजों के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप, वार पलटवार है वहीं खबरों में सट्टा बाजार है...यूं तो चार जून को तस्वीर साफ हो ही जाएगी कि देश ने सत्ता की बागडोर किसके हाथों में सौंपी है लेकिन सट्टा बाजार का अनुमान भी कम मायने भला कहां रखता है.
मतगणना की ओर बढ़ते देश की नजरें सट्टा बाजार और राजनीतिक पंडितों के अनुमानों पर लगी हैं. ऐसे में ये जानना दिलचस्प हो जाता है कि बहुमत का ऊंट किस करवट बैठेगा...तो कुर्सी की पेटी बांध लीजिए-
इस कड़ी में सबसे पहले बात प्रसिद्ध फलोदी सट्टा बाजार (Phalodi Satta Bazar) की करते हैं. बात अगर फलोदी सट्टा बाजार की करें तो क्रिकेट मैच, मौसम और चुनाव में इसकी भविष्यवाणी अधिकतर सच ही साबित हुई हैं या इसके अनुमान के करीब रही हैं. यही कारण है कि इसका अनुमान बेहद मायने रखता है.
फलोदी सट्टा बाजार (Phalodi Satta Bazar) का अनुमान इन नंबरों से ही समझिए-
बीजेपी- 306-308 सीटें
कांग्रेस- 59-61 सीटें
(पांचवें चरण तक)
यूं तो ये आंकड़ा पांच चरणों के चुनाव के बाद का है लेकिन बात अगर ओवरऑल करें तो यहां भी बीजेपी को फलोदी सट्टा बाजार पर साफतौर पर बहुमत मिलने का अनुमान जताया जा रहा है.
गठबंधन के पाले में भले ही अनुमान जाता हुआ दिखाई न दे रहा हो लेकिन कांग्रेस नेता इन आंकड़ों पर यकीन करने के मूड में नहीं हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा- "अभी सातवां चरण आने दीजिए सभी चरणों मे कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की सीट बढ़ रही है. सात चरण आने के बाद 4 जून को पूरा स्पष्ट हो जाएगा. इस समय पूरा सट्टा बाजार या पूरे एग्जिट पोल किस तरफ ध्वस्त होंगे, पूरे देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी."
तो वहीं छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने दावा किया, "ये तय है नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर पूरे भारत की जनता, पूरे छत्तीसगढ़ की जनता जनार्दन भरोसा करती है. उनके लिए उनका आशीर्वाद देने के लिए शहर नहीं पूरे देश में सुनामी चल रही है. हमारे 400 के आकड़े पार होंगे."
ये बात तो हुई देश की कमान की, अब जरा राज्यवार सीटों पर भी गौर कर लेते हैं-
उत्तर प्रदेश - बीजेपी- 64-66 सीटें
राजस्थान - बीजेपी- 19-20 सीटें
बंगाल - बीजेपी- 20 -22 सीटें
बिहार - बीजेपी- 13-15 सीटें
(पांचवें चरण तक)
यूं तो फलोदी सट्टा बाजार ने कांग्रेस की स्थिति पर रुख स्पष्ट तो नहीं किया है लेकिन INDIA गठबंधन के सत्ता की चाबी देने वाले उत्तर प्रदेश में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कई रिपोर्ट्स में जताई जा रही है.
ये तो रही सट्टा बाजार की बात...अब थोड़ा गौर राजनीतिक पंडितों के अनुमानों पर भी कर लेते हैं. राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अनुमान जताते हुए कहा- "बीजेपी की 370 सीटें नहीं आ रही, लेकिन वह 370 के नीचे भी नहीं जा रही... पिछले आम चुनाव में 303 का जो नंबर था लगता है इस बार वही रहेगा या उससे कुछ बेहतर होगा लेकिन खराब नहीं. लगता है कि 303 के इर्द-गिर्द सीटें आएंगी."
राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने जो कहा उसने जाहिर तौर पर सत्ता पर काबिज होने का ख्वाब देख रही NDA और बीजेपी की नींद उड़ा दी है. एक न्यूज चैनल से बातचीत में योगेंद्र यादव ने कहा- "कोई एग्जिट पोल या हवा में दावा नहीं कर रहा हूं, यह सब ग्राउंड पर जाकर, कई जगह घूमने, लिखने, सुनने और लोगों से बात करने के बाद बता रहा हूं. इस बार इसके बहुत चांस हैं कि बीजेपी 250 से नीचे रह सकती है. जब घूमना शुरू किया, लोगों से बात की और सुना तब मैं अपने निष्कर्ष पर पहुंचा."
जो भी हो दावे तो बहुत हो रहे हैं लेकिन महज दो हफ्तों में तस्वीर साफ हो जाएगी. इस कड़ी में मशहूर शायर मुनव्वर राणा का वो शेर याद आता है-
'बुलंदी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है
बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है'
नोट - editorji किसी भी दावे या अनुमान की पुष्टि नहीं करता. इस खबर का मकसद सिर्फ आपको रुझान दिखाना है.