योग गुरु रामदेव (Yog Guru Ramdev) इन दिनों फिर से चर्चा में हैं. उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) प्रोग्राम पर उंगली उठाते हुए कहा कि बूस्टर डोज (Booster dose) लगने के बाद भी अगर किसी को कोरोना संक्रमण होता है तो यह मेडिकल साइंस का फेलियर है. ये वही योग गुरु हैं जो कोरोना काल के दौरान कोरोनिल को कोरोना के लिए रामबाण बता रहे थे. कोरोना काल के दौरान जब लोग अपनी जिंदगी बचाने के लिए कुछ भी करने को तैयार थे तब कोरोनिल को बिना किसी आधार के कोविड-19 का 'इलाज' बताकर प्रचारित किया गया.
आखिरकार भारत सरकार ने मामले में हस्तक्षेप किया और बताया कि ऐसा कोई डेटा नहीं है, जो दिखाता हो कि इससे इलाज हो सकता है. हां इसे "इम्यूनिटी बूस्टर" के तौर पर इस्तेमाल करने की बात जरूर कही थी.
सरकार के स्पष्टीकरण के बाद योग गुरु रामदेव को अपनी मार्केटिंग रोकनी पड़ी... अब भारत में मौत का आंकड़ा जब रोजाना घटकर 50 पर पहुंच गया है तो योग गुरु उस मेडिकल साइंस को ही असफल बता रहे हैं जिसके वैक्सीनेशन प्रोग्राम का संचालन ख़ुद केंद्र सरकार कर रही है. एक बार मशहूर योग गुरु रामदेव के दावे को सुन लेते हैं.
रामदेव ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भारत अगर गिलोय के ऊपर रिसर्च करें और दवाइयां बनाएं तो भारत विश्व में सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है.
रामदेव के नए दावे पर बात करें, उससे पहले योग गुरु के यू टर्न के इतिहास को जान लेते हैं.
योग गुरु का यू टर्न नंबर- 1
आपको याद दिला दूं जब पूरी दुनिया कोविड से लड़ने के लिए कोरोना वैक्सीन पर भरोसा कर रही थी, तब योग गुरु ने ऐलान किया था कि वह संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन नहीं लगवाएंगे. क्योंकि उन्हें ‘योग’ और ‘आयुर्वेद’ का डबल सुरक्षा कवच मिला हुआ है. हालांकि कुछ ही दिनों बाद रामदेव ने सभी डॉक्टर्स को भगवान के भेजे हुए देवदूत बताते हुए ना केवल खुद के लिए वैक्सीन लगवाने की बात कही थी, बल्कि दूसरे लोगों से भी कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लगवाने को कहा.
योग गुरु का यू टर्न नंबर- 2
योग गुरु रामदेव की कंपनी पंतजलि ने 'कोरोनिल टैबलेट' और 'श्वासारि वटी' नाम की दो दवाएं पेश करते हुए कहा था कि इन दवाओं से कोविड-19 की बीमारी का आयुर्वेदिक इलाज किया जा सकेगा. रामदेव ने दावा करते हुए कहा सराकारी मंजूरी के बाद इस दवा का ट्रायल 280 मरीज़ों पर किया गया और वे पूरी तरह ठीक हो गए. हालांकि बाद में इसे इम्यूनिटी बूस्टर बता कर बेचा गया.
योग गुरु का यू टर्न नंबर- 3
योग गुरु रामदेव ने करीब 10 साल पहले कांग्रेस सरकार के शासनकाल में कहा था कि अगर भारत के लोगों का सारा कालाधन वापस अपने देश आ जाए तो पेट्रोल 30 रुपये लीटर मिलने लगेगा. लेकिन सरकार बदलने और कालेधन पर लगाम लगाने के लिए, लिए गए कई कड़े और बड़े फैसले के बावजूद पेट्रोल-डीजल के दाम 100 रुपये के करीब है. जबकि कई बार केंद्र सरकार की तरफ से राहत दी गई है. ऐसे में बाबा रामदेव से जब इसपर सवाल पूछा गया तो उन्होंने क्या कहा आपको याद ही होगा... पूंछ पाड़ेगा के मेरी वाला बयान... ऐसे उन्हें अब पेट्रोलियम पदार्थों पर भारी कर लगाना सरकार की मजबूरी भी लगती है.
योग गुरु का यू टर्न नंबर- 4
योग गुरु रामदेव एक समय में बहुराष्ट्रीय कंपनियों को पानी पी पी कर कोसते थे. यहां तक की उनकी कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने एक विज्ञापन में बहुराष्ट्रीय कंपनी को ईस्ट इंडिया कंपनी जैसा बता दिया था. लेकिन कुछ समय बाद पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि उनके पास तीन-चार ग्लोबल कंपनियों के ऑफर हैं जो पतंजलि के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डील करना चाहती हैं. जब तक बहुराष्ट्रीय कंपनियों का हमारे मूल्यों से टकराव नहीं होता है हमें उनके साथ काम करने में कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि कंपनी का नाम नहीं बताया गया था.