Javed Akhtar on boycott culture in Bollywood:बॉलीवुड फिल्मों को लेकर इन दिनों बायकॉट ट्रेंड चल रहा है. कई फिल्मों को इसकी वजह नुकसान भी उठाना पड़ा है. बॉलीवुड की कई हस्तियों ने बायकॉट ट्रेंड को लेकर अपनी बात रखी है. इसी कड़ी में अब लिरिसिस्ट जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने भी अपना रिएक्शन दिया है.
एक इंटरव्यू के दौरान जब जावेद अख्तर से कैंसिल कल्चर को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे एक 'गुजरता दौर' बताया. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि ऐसा कोई कल्चर काम करता है. अगर फिल्म अच्छी है और दर्शकों द्वारा इसकी सराहना की जाती है, तो यह जरूर सफल होगी. अगर यह अच्छी नहीं है और दर्शकों इसे पसंद नहीं करते, तो यह काम नहीं करेगी. मुझे नहीं लगता कि कैंसिल कल्चर और बायकॉट की इस तरह की अपील कोई काम करती है.'
इससे पहले पिंक विला से बात करते हुए बायकॉट ट्रेंड पर फिल्म मेकर अनुराग कश्यप ने कहा कि, 'मुझे इसकी आदत है. यह उन लोगों को प्रभावित करता है जिनकी फिल्में 100 करोड़ का कारोबार करती हैं मेरी फिल्में 32 करोड़ से ऊपर नहीं गईं. मेरे लिए यह कोई नई बात नहीं है. जब से ट्विटर शुरू हुआ तब से मेरा बहिष्कार किया जा रहा है.'
बड़े बजट में बनी 'लाल सिंह चड्ढा', 'शमशेरा' और 'रक्षा बंधन' को भी बॉक्स ऑफिस पर नुकसान उठाना पड़ा. इन सभी फिल्मों का बायकॉट किया गया था.
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