टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा कोरोना की चपेट में आ गए हैं और इस खबर ने भारतीय खेमे में खलबली मचा दी है. इंग्लैंड के खिलाफ 1 जुलाई से रिशेड्यूल टेस्ट होना है और अगर रोहित की आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव नहीं आई तो एडजबेस्टन के मैदान में इतिहास रचा जाएगा. कैसे और क्यों आइए वो हम आपको समझाते हैं.
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दरअसल, रोहित अगर रिशेड्यूल टेस्ट मैच के लिए फिट नहीं होते हैं, तो उपकप्तान जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया की पहली बार अगुवाई करते नजर आएंगे. बुमराह को अगर यह सुनहरा मौका मिलता है तो वह 1987 के बाद टीम इंडिया की अगुवाई करने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज होंगे. 1987 में कपिल देव ने आखिरी बार बतौर फर्स्ट बॉलर भारतीय टीम की कमान संभाली थी.
बुमराह को जब इस साल की शुरुआत में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में उपकप्तान की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, तो उन्होंने कहा था कि टीम इंडिया की कप्तानी करना उनके लिए काफी गर्व की बात होगी और वह इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं.बीसीसीआई के ट्वीट के अनुसार रोहित को अभी आइसोलेशन में रखा गया है और मेडिकल टीम उनकी निगरानी कर रही है.