भांगड़ा की थाप से लेकर 'अपाचे इंडियन' के दमदार प्रदर्शन तक, बर्मिंघम के अलेक्जेंडर स्टेडियम में सोमवार को समापन समारोह के दौरान कार्निवाल का माहौल था. पिछले 11 दिनों में 72 देशों के 4,500 से अधिक एथलीटों ने इस इवेंट में भाग लिया. भारत ने 61 पदक अपने नाम किये और मेडल टैली में चौथे स्थान पर रही.
स्टार महिला मुक्केबाज निकहत जरीन और अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल ने भारतीय दल का नेतृत्व किया लेकिन भारतीय खिलाड़ी बड़ी कम संख्या में यहां पहुंचे थे. भारतीय दल के स्टेडियम में पहुंचते ही संगीत समूह पंजाबी एमसी ने ‘मुंडिया तू बच के’ बजाना शुरू कर दिया जिस पर खिलाड़ी भी थिरकने लगे. 20 म्यूजिकल परफॉरमेंस हुए जिसमें संगीत के दिग्गज गोल्डी और बेवर्ली नाइट की प्रस्तुति शामिल थी.
संगीत कार्यक्रम के बाद कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन के अध्यक्ष डेम लुईस मार्टिन और बर्मिंघम 2022 के सीईओ मार्टिन ग्रीन ने विदाई भाषण दिए. परंपरा के अनुसार, कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन के झंडे को उतारा गया और 2026 में राष्ट्रमंडल खेलों के अगले संस्करण के मेजबान विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया को सौंप दिया गया.