टीम मैनेजमेंट ने लगातार फ्लॉप होने के बावजूद पुजारा और रहाणे को मौके-मौके पर दिए. सेंचुरियन टेस्ट में भी श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी को बेंच पर बैठाकर इन दोनों अनुभवी बल्लेबाजों को मैदान पर उतारा गया. लेकिन, ना तो पुजारा और ना ही रहाणे हाथ आए इस मौके को भुना सके.
IND vs SA: साल 2021 में भी नहीं खत्म हुआ इंतजार, आखिर कब निकलेगा कोहली के बल्ले से 71वां शतक
पुजारा तो पहली पारी में खाता भी नहीं खोल सके, जबकि दूसरी इनिंग में सिर्फ 16 रन बनाकर चलते बने. पहली पारी में 48 रन ठोकने वाले रहाणे दूसरी पारी में फिर बेरंग दिखे और बेहद खराब शॉट खेलकर पवेलियन चलते बने.
क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में रहाणे को शतक लगाए 24 पारियां बीत चुकी हैं और इस साल उनका बैटिंग औसत भी महज 20.8 का रहा है. रहाणे से ज्यादा हाल बेहाल पुजारा का रहा है. टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले पुजारा ने अपनी लास्ट सेंचुरी 43 इनिंग पहली जड़ी थी और दिसंबर 2020 से लेकर अबतक दाएं हाथ का यह बल्लेबाज चार दफा तो अपना खाता भी नहीं खोल सका है.
पुजारा और रहाणे ने टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम को कई यादगार जीत दिलाई हैं, इसमें कोई शक नहीं है पर लगातार फ्लॉप शो के कारण इन दोनों बल्लेबाजों के करियर पर बड़ा संकट खड़ा होता दिखाई दे रहा है.