बीसीसीआई के साथ अपने अच्छे संबंधों को खतरे में डालने से बचते हुए इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी (Lalit Modi) द्वारा उनके घरेलू टूर्नामेंट 'द हंड्रेड' को 10 साल के लिए खरीदने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है
‘डेली टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के अनुसार मोदी ने ‘द हंड्रेड’ को 10 साल के लिए खरीदने की लुभावनी पेशकश की थी.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2010 में दो नयी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल’ फ्रेंचाइजी के लिए बोली से संबंधित गंभीर कदाचार और अनुशासनहीनता के लिए मोदी को 2013 में आजीवन बैन कर दिया था. ललित मोदी ने इसके बाद भारत छोड़ दिया और तब से लंदन में रह रहे हैं.
ब्रिटिश दैनिक अखबार के अनुसार, ‘‘मोदी के प्रतिनिधियों ने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के संचालन निदेशक और ‘द हंड्रेड’ के प्रमुख विक्रम बनर्जी और मुख्य कार्यकारी रिचर्ड गोल्ड से मुलाकात की. उन्होंने ‘द हंड्रेड’ को खरीदने और इसे निजी निवेश के माध्यम से फंड देने के लिए 10 साल की पेशकश की. हालांकि ईसीबी मोदी के साथ बातचीत आगे नहीं बढ़ायेगा. ’’
ईसीबी इस लीग पर अपना स्वामित्व पूरी तरह से छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. लेकिन साथ ही वह साझेदारी के संभावित नुकसान के बारे में भी चिंतित है क्योंकि मोदी के साथ सौदा करने से बीसीसीआई के साथ उसके रिश्ते खतरे में पड़ जायेंगे.
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