ENG vs AUS: इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स से पूछा गया कि बर्मिंघम में एशेज टेस्ट के पहले दिन क्या जल्दी पारी घोषित करने से उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा? इस सवाल के जवाब में स्टोक्स ने कहा, 'मैं इसे घुमा भी सकता था और कह सकता था, अगर हम डिक्लेयर ना करते... तो क्या हमें वो उत्साह मिलता जो हमने पांचवें दिन के अंत में प्राप्त किया? मैं 100 फीसदी निश्चित नहीं हूं.'
स्टोक्स की बात से ये स्पष्ट है कि इंग्लैंड को अपने एग्रसिव क्रिकेट खेलनी की नई सोच पर बिल्कुल भी पछतावा नहीं है. इसके अलावा जो रूट ने भी कहा है कि एक हार के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ियों को अपना दृष्टिकोण बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है.
'उनके पैरों के नाखून टूटे हुए थे...पट्टियों से खून रिस रहा था, दर्द में भी जान झोंके हुए हैं ब्रॉड
रूट ने कहा, 'हमने बाहर जाकर दिखाया कि हम कैसे खेलने का इरादा रखते हैं और कैसे हमने एक बड़ी सीरीज में, यहां तक कि एशेज में भी किस तरह से अपनी अप्रोच को सपोर्ट किया है. हम इसे कैसे करना चाहते हैं, इसके प्रति पूरी तरह से सच्चे रहेंगे. मुझे लगता है कि अगले 4 मैचों के लिए ये एक रोमांचक संभावना है. जो भी मैच देखने आएगा, उसका भरपूर मनोरंजन होगा. मुझे लगता है कि उन्हें अगले चार मैचों में भी ऐसी ही उम्मीद करनी चाहिए.'